नई दिल्ली: दिल्ली में 11 जगहों पर पानी के सैंपल फेल होने का मामला अब सियासी रूप लेता दिख रहा है. आम आदमी पार्टी और भाजपा द्वारा जहां एक तरफ इस मुद्दे पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है. इसी क्रम में नई दिल्ली लोकसभा सीट से सांसद मीनाक्षी लेखी ने केजरीवाल पर जमकर निशाना साधा.
इस मामले पर मीनाक्षी लेखी ने कहा कि उन्होंने ने 900 करोड़ रुपये पानी के लिए केंद्र सरकार से दिल्ली सरकार को दिलवाए थे. जिसका आज तक कोई भी हिसाब-किताब नहीं मिला है कि इन पैसों का क्या किया गया. दिल्ली के अधिकांश वाटर ट्रीटमेंट प्लांट अपने क्षमता से अधिक पानी शुद्ध कर रहे हैं.
'जनता को गुमराह कर रहे हैं'
उन्होंने कहा कि जिस कारण पानी की गुणवत्ता दिन-प्रतिदिन खराब हो रही है. दिल्ली जल बोर्ड के मुखिया अरविंद केजरीवाल की टैंकर माफियाओं से मिलीभगत है. जिसका खामियाजा दिल्ली की जनता को भुगतना पड़ रहा है. पानी को साफ करने की व्यवस्था पर जो पैसा खर्च होना चाहिए, वह पैसा मुख्यमंत्री अपने प्रचार के लिए विज्ञापन पर खर्च कर जनता को गुमराह कर रहे हैं.
'सीवर लाइन डालने में हो रहा है बड़ा खेल'
मीनाक्षी लेखी ने कहा कि 10 से 15 फीट की गहराई पर सीवर लाइन होनी चाहिए. लेकिन दिल्ली में अधिकांश जगह 4 से 5 फीट की गहराई पर सीवर लाइन डाले गए हैं. ठीक उसके ऊपर ही पीने के पानी की पाइप होती है. जिस कारण अक्सर सीवर का पानी पीने के पानी से मिल जाता है. जिसका खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ता है.
उन्होंने अरविंद केजरीवाल पर हमला बोलते हुए कहा कि पिछले 5 वर्षों के दौरान दिल्ली में कोई भी नया पानी का प्लांट नहीं लगा है. अगर दिल्ली सरकार द्वारा इतना ही साफ पानी उपलब्ध कराया जा रहा है, तो मुख्यमंत्री के घर पर आरओ क्यों लगा हुआ है.
उन्होंने कहा कि उनके संसदीय क्षेत्र में उनके पास जितनी भी समस्याएं आती हैं. उनमें से 99 फ़ीसदी मामले गंदे पानी से जुड़े होते हैं. आम आदमी पार्टी सरकार के 5 साल होने को आए. लेकिन अभी तक दिल्ली की कई कॉलोनियों में पानी का कनेक्शन तक नहीं पहुंचा है.