नई दिल्ली: दिल्ली में जारी 540 किलोमीटर सड़कों के सौंदर्यीकरण कार्यों की मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने समीक्षा की. पीडब्ल्यूडी मंत्री सत्येंद्र जैन, पीडब्ल्यूडी के सचिव, इंजीनियर और अन्य अधिकारी मौजूद रहे. पहले चरण में यूरोपियन शहरों की तर्ज पर दिल्ली की सात सड़कों के सौंदर्यीकरण का कार्य पायलट प्रोजेक्ट के तहत किया जा रहा है. सीएम केजरीवाल ने इस बैठक में एक-एक सड़क की कार्य स्थिति की जानकारी ली.
'खत्म होगी जाम की समस्या'
अभी पायलट प्रोजेक्ट के तहत दिल्ली की 7 सड़कों को री-डिजाइन करने को मंजूरी दी गई है. इसके बाद, सड़कों के बाटलनेक खत्म हो जाएंगे. अभी अगर कोई सड़क चार लेन से तीन लेन की हो जाती है या छह लेन से चार लेन की हो जाती है, तो इससे अचानक सड़क पर एक जगह वाहनों का दबाव बढ़ जाता है. जाम की स्थिति पैदा हो जाती है, लेकिन सड़कों के री-डिजाइन के बाद यह समस्या खत्म हो जाएगी और सड़क एक समान चौड़ी दिखेगी. इससे जाम की समस्या खत्म हो जाएगी.
'दिव्यांगों की सुविधा का ख्याल'
सड़क किनारे या आस-पास की सड़कों का स्पेस खत्म करके उस जगह का अच्छे से इस्तेमाल भी किया जाएगा. फुटपाथ और नॉन मोटर व्हीकल के लिए जगह बनाई जाएगी. कम से कम 5 फुट के फूटपाथ को बढ़ाकर अधिकतम 10 फुट का किया जाएगा. दिव्यांगों की सुविधा के मुताबिक, फुटपाथ को डिजाइन किया जाएगा, ताकि सड़क एक जैसी दिखें और दिव्यांगों को परेशानी न हो. सड़कों के री-डिजाइन के बाद फुटपाथ पर पेड़ लगाने के लिए जगह होगी और ग्रीन बेल्ट के लिए भी जगह होगी.
'फुटपाथ पर स्ट्रीट फर्नीचर'
ऑटो व ई-रिक्शा के लिए भी अलग से जगह और स्टैंड दिया जाएगा. सड़क के स्लोप व नालों को री-डिजाइन व री-कंस्ट्रक्ट किया जाएगा. नालों के अंदर री-हार्वेस्टिंग सिस्टम लगे होंगे. इस री-डिजाइनिंग के तहत सड़क के स्लोप को ठीक किया जाएगा, ताकि बारिश के पानी को जमीन में री-चार्ज किया जा सके. फुटपाथ पर स्ट्रीट फर्नीचर भी लगेंगे. जंक्शन को ठीक किया जाएगा और सड़क पर कोई खुला स्पेस नहीं होगा. सड़क किनारे घास या पेड़ लगाया जाएगा और सड़कों को री-सर्फेस किया जाएगा.
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'ढके नहीं जाएंगे पार्क'
समीक्षा बैठक में अधिकारियों ने बताया कि सड़क के किनारे खाली जमीन पर ग्रीन बेल्ट या घास लगाई जाएगी, ताकि हरियाली की वजह से सड़कें खूबसूरत दिखें और धूल से होने वाला प्रदूषण कम किया जा सके. री-डिजाइनिंग के बाद सड़कों पर रिक्शे के लिए पार्किंग, पब्लिक ओपन स्पेश, साइकिल लेन, पैदल पाथ लेन और सड़क की दीवारों पर विभिन्न तरह की डिजाइन का डिस्प्ले होगा. सड़क के बगल में अगर पार्क होगा तो उसे दीवार से ढका नहीं जाएगा, ताकि सड़क से पार्क की खूबसूरती दिखे.