नई दिल्ली: रमजान के पवित्र महीने में पिछले वर्षों की तरह इस बार भी दिल्ली सरकार इफ्तार पार्टी देने जा रही है. पार्टी के आयोजन की जिम्मेदारी दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को दिया गया है. चाणक्यपुरी स्थित पालिका सर्विस ऑफिसर्स इंस्टीट्यूट में सोमवार की शाम को इफ्तार पार्टी के लिए दिल्ली के कई खास मेहमानों को शुक्रवार से निमंत्रण भेजा जाएगा.
3 जून को होगी इफ्तार पार्टी
बता दें कि लोकसभा चुनाव में पार्टी को मिली करारी हार के बाद कार्यकर्ताओं में जोश भरने के लिए पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पिछले रविवार को पंजाबी बाग में कार्यकर्ता सम्मेलन बुलाकर उनका उत्साह बढ़ाने का काम किया था. अब 3 जून सोमवार को इफ्तार पार्टी का आयोजन कर पार्टी कार्यकर्ताओं व राजनेताओं के बीच अपने संबंध बेहतर बनाने की कोशिश कर रही है.
भाजपा नेताओं को दिया गया न्योता
दिल्ली सरकार द्वारा दी जाने वाली इफ्तार पार्टी कई मायनों में खास होगी. प्रोटोकॉल के अनुसार इफ्तार पार्टी के लिए दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री, पूर्व मंत्रियों को भी निमंत्रण भेजा जाएगा. इसके अलावा विधानसभा में विपक्ष में बैठी भाजपा नेताओं को भी केजरीवाल सरकार इफ्तार पार्टी का न्योता भेजेगी. साथ ही उपराज्यपाल अनिल बैजल को भी पार्टी में आने के लिए खास तौर पर निमंत्रण भेजा गया है. अब सबकी नजर इस बात पर टिकी है कि केजरीवाल के बुलावे पर आयोजित इफ्तार पार्टी में कौन-कौन और किस राजनीतिक दल के लोग शिरकत करेंगे.
कई नेता नहीं हुए थे शामिल
इफ्तार पार्टी में उपराज्यपाल अनिल बैजल के शिरकत करने को लेकर भी असमंजस की स्थिति बनी हुई है, क्योंकि पिछली बार भी उपराज्यपाल इफ्तार पार्टी से दूरी बनाए हुए थे.
बता दें कि गत वर्ष भी जब मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इफ्तार पार्टी दिया था तब उसकी चमक फीकी पड़ गई थी. बुलाए गए कई मेहमान नहीं आए थे, ऐसे लोगों में उपराष्ट्रपति, उपराज्यपाल, पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित जैसे नेता शामिल थे. जबकि इससे पहले हुई इफ्तार पार्टी में इन लोगों ने शिरकत की थी.