नई दिल्ली: गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बीजेपी कार्यकर्ताओं से संवाद "मेरा बूथ सबसे मजबूत" आयोजित किया गया. इस पर सीपीआई (एमएल) नेता कविता कृष्णन का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को मजबूत करने की जगह बूथ को मजबूत करने के लिए संवाद कर रहे हैं.
कविता कृष्णन ने कहा कि भारत पाकिस्तान के बीच के तनाव को कम किए जाने की कोशिश की जानी चाहिए. देश की जनता और देश के सैनिकों के परिवार नहीं चाहते कि भारत किसी तरह के युद्ध में शामिल हो. सरकार की प्राथमिकता यह होनी चाहिए कि वह पायलट अभिनंदन को वापस लाएं.
'पुलवामा और युद्ध के नाम पर वोट'
कविता कृष्णन ने कहा कि यह बहुत दुख की बात है कि प्रधानमंत्री मोदी और उनकी पार्टी पुलवामा और युद्ध के नाम पर वोट मांग रहे हैं. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपने चुनावी भाषणों से पुलवामा और भारत पाकिस्तान के बीच के युद्ध को मुद्दा नहीं बनाना चाहिए.
कैसे हुई पुलवामा की घटना
मोदी सरकार को अपने प्रदर्शन के आधार पर चुनाव लड़ना चाहिए. अगर प्रधानमंत्री को चुनाव में पुलवामा पर बात करनी है तो वह पहले जवाब दें कि आखिर पुलवामा जैसी घटना हो कैसे गई.
सरकार की जिम्मेदारी क्या?
कविता कृष्णन ने कहा कि नरेंद्र मोदी ने जिस तरह के सवाल प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से 2014 में किए थे इस तरह के सवालों के जवाब वे खुद देश की जनता को दें. पुलवामा की घटना पर सरकार की कोई जिम्मेदारी नहीं बनती?