जेएनयू के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष ने इस मसले पर सरकार को घेरा. कन्हैया का कहना है कि" तकलीफ की बात है देश की गद्दी पर जो लोग बैठे हुए हैं वे खुद आतंकी विचारधारा में विश्वास रखते हैं". उन्होंने अपनी बात के लिए देश में मचे बवाल का हवाला दिया.
शहादत का इस्तेमाल सियासत के लिए
अपने भाषण में कन्हैया कुमार ने पुलवामा में सीआरपीएफ जवानों की शहादत पर बोलते हुए कहा कि कुछ लोग इस शहादत को वोट के लिए अपने चुनावी मुद्दे की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि देश के लोगों के बीच नफरत फैलाने का काम कर रहे हैं.
जनता के सवाल गुमाने की कोशिश
कन्हैया ने कहा कि फेक प्रधानमंत्री और फेक न्यूज के इस दौर में गलत सवालों को गलत तरीके से उठाया जा रहा है. देश की गद्दी में जो लोग बैठे हुए हैं वे खुद आतंकी विचारधारा रखते हैं. यही विचारधारा है जिससे देश को सबसे ज्यादा खतरा है.
कन्हैया ने आरोप लगाया कि देश को नफरत की आग में जलाने की कोशिश की जा रही है. ये सब जनता के असली सवालों को भुलाने के लिए किया जा रहा है .
जंतर-मंतर पर हुई रैली में कन्हैया
कन्हैया ने कहा कि प्रधानमंत्री और उनकी सरकार खुद को ही देश समझने लगे हैं और उनके चंदा देने वालों के अच्छे दिन आए हैं तो वे समझते हैं कि देश के अच्छे दिन आ गए हैं. बता दें कि कन्हैया कुमार वामपंथी छात्र संगठनों द्वारा जंतर मंतर पर आयोजित रैली में शामिल होने आये थे.