नई दिल्लीः केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने वर्ष 2023 की एनआईआरएफ (नेशनल इंस्टीट्यूट रैंकिंग फ्रेमवर्क) रैंकिंग जारी कर दी है. एनआईआरएफ की विश्वविद्यालय श्रेणी की रैंकिंग में इस साल जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) को दूसरा और जामिया मिल्लिया को तीसरा स्थान मिला है. वहीं, दिल्ली विश्वविद्यालय को 11वीं रैंक मिली है. दिल्ली सरकार के अंतर्गत आने वाले दिल्ली प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (डीटीयू) को 40वीं, जामिया हमदर्द को 49वीं, गुरू गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय (जीजीएसआइपी) को 74वीं, नेताजी सुभाष प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (एनएसयूटी) को 95वीं रैंक मिली है.
विश्वविद्यालयों और सभी तकनीकी व चिकित्सा संस्थानों की ओवरआल रैंकिंग की बात करें तो इस श्रेणी में आईआईटी दिल्ली को तीसरा स्थान मिला है. एम्स दिल्ली को छठवां स्थान मिला है. जबकि चिकित्सा संस्थानों की श्रेणी में एम्स को पहला स्थान मिला है. डेंटल संस्थानों की श्रेणी में दिल्ली के मौलाना आजाद इंस्टीट्यूट आफ डेंटल साइंसेज को चौथा स्थान मिला है. फार्मेसी संस्थानों की श्रेणी में जामिया हमदर्द को दूसरा स्थान मिला है. इंजीनियरिंग श्रेणी की बात करें तो इसमें आईआईटी दिल्ली को दूसरा स्थान मिला है.
कॉलेज श्रेणी में डीयू के कॉलेजों का दबदबा
अगर कॉलेज में श्रेणी जारी की गई एनआईआरएफ रैंकिंग की बात करें तो दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) का मिरांडा हाउस कालेज शीर्ष पर है. दूसरे नंबर पर भी डीयू का ही हिंदू कॉलेज है. छठे नंबर पर डीयू का ही आत्मा राम सनातन धर्म कॉलेज, नौवें नंबर पर किरोड़ीमल कॉलेज और 10वीं नंबर पर लेडी श्रीराम कॉलेज फार वुमन है. अगर शीर्ष 20 कालेजों की बात करें तो इनमें से 10 कॉलेज डीयू के हैं. 11वें नंबर पर डीयू का श्रीराम कॉलेज आफ कामर्स, 12वें पर हंसराज कॉलेज, 13वें पर श्री वेंकटेश्वरा कॉलेज, 14वें पर सेंट स्टीफेंस कॉलेज और 17वें नंबर पर देशबंधु कॉलेज शामिल है.
क्या है एनआईआरएफ रैंकिंग
एनआईआरएफ रैंकिंग हर साल केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा जारी की जाती है. इसमें भारत के सभी शीर्ष संस्थानों, विश्वविद्यालयों, कालेजों, इंजीनियरिंग, फार्मेसी, रिसर्च, मेडिकल, लॉ, मैनेजमेंट सहित कुल 11 श्रेणियों शामिल होती हैं. शिक्षा संस्थान खुद मंत्रालय के पास रैंकिंग के लिए आवेदन करते हैं. इन आवेदनों को मंत्रालय पांच पैरामीटर और 16 सब पैरामीटर पर परखता है. इसके लिए टीमें जाकर संस्थानों का दौरा करती हैं. संस्थानों शिक्षा, शोध, रोजगार सहित अन्य की गुणवत्ता देखी जाती है. इसके आधार पर मंत्रालय रैंकिंग जारी करता है.