नई दिल्ली: जेएनयू में 18 अक्टूबर को होने वाली इंटर हॉल एडमिनिस्ट्रेशन की मीटिंग को 28 अक्टूबर तक आगे बढ़ा दिया गया है. मीटिंग को स्थगित करने के पीछे जेएनयू प्रशासन ने प्रशासनिक कारणों का हवाला दिया है. गौरतलब है कि जेएनयू स्टूडेंट यूनियन लगातार मीटिंग्स का विरोध कर रहा था. उनका कहना था कि उन्हें एडमिनिस्ट्रेशन किसी भी मीटिंग में नहीं बुला रहा है. ऐसे में वो छात्रों के हितों से जुड़े किसी भी फैसले पर होने वाली मीटिंग को नहीं होने देंगे.
ईटीवी भारत से बात करते हुए दी थी चेतावनी
गौरतलब है कि जेएनयू छात्र संगठन की अध्यक्ष आईशी घोष ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा था कि जेएनयू प्रशासन एडमिनिस्ट्रेशन की होने वाली तमाम मीटिंग में यूनियन के किसी भी सदस्य को नहीं बुला रहा है और लगातार वो यूनियन को नकार रहा है. ऐसे में जो मीटिंग छात्रों के हितों में होती हैं और छात्र संगठन अगर उसमें आमंत्रित नहीं होगा, तो हम इस प्रकार की मीटिंग नहीं होने देंगे.
हॉस्टल मैनुअल के मसौदे पर मीटिंग में होनी थी चर्चा
आईएचए मीटिंग कैंसिल होने के बाद जेएनयू छात्र संगठन ने कहा कि डीन ऑफ स्टूडेंट उमेश कदम छात्रों की एकता से डर गए हैं. जिसके कारण अब उन्होंने इस बैठक को 28 अक्टूबर तक स्थगित कर दिया है. स्टूडेंट यूनियन का कहना था कि ये बैठक हॉस्टल मैनुअल के मसौदे पर चर्चा को लेकर होनी थी और जिस प्रकार हॉस्टल तमाम छात्रों से जुड़े होते हैं. यदि इसमें छात्र यूनियन ही नहीं शामिल होगा तो, इस मीटिंग के होना बेमतलब है.
'छात्र यूनियन के बिना नहीं होने देंगे कोई भी मीटिंग'
स्टूडेंट यूनियन ने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि जब तक वो एडमिनिस्ट्रेशन की होने वाली तमाम मीटिंग्स में छात्र यूनियन को आमंत्रित नहीं करेंगे. हम जेएनयू में किसी भी प्रकार की मीटिंग नहीं होने देंगे, क्योंकि वो छात्रों के हितों से जुड़ी हैं.