नई दिल्ली: 18 अप्रैल को विश्व धरोहर दिवस के रूप में मनाया जाता है. इस अवसर पर भारत के सभी धरोहर स्थलों को दर्शनार्थियों के लिए निःशुल्क रखा जाता है. इस अवसर पर जंतर-मंतर पहुंची ईटीवी भारत की टीम को यूं तो यहां धरोहर दिवस से संबंधित होर्डिंग लगे दिखें, लोगों से पैसे भी नहीं लिए जा रहे थे लेकिन इस धरोहर की दशा अंदर से देखने पर पता चला कि यह मात्र एक औपचारिकता भर है.
अव्यवस्था से निराश लोग
महाराष्ट्र से आए एक पर्यटक ने इसे लेकर तो खुशी जताई कि आज धरोहर दिवस के दिन टिकट नहीं लिया जा रहा है, लेकिन अंदर की अव्यवस्था को लेकर उन्हें शब्द निराशा में बदल गए. जंतर-मंतर देख कर बाहर निकली एक महिला ने बताया कि यह तो अच्छी बात है कि धरोहर दिवस के दिन ऐसी सुविधाएं दी जा रही हैं, लेकिन कितने लोगों को पता है कि आज धरोहर दिवस है.
खराब है जंतर-मंतर की स्थिति
ईटीवी भारत के कैमरे ने भी अंदर जाकर जंतर मंतर की मौजूदा स्थिति को देखा, कालिख में बदलती काई लगी दीवारें और टूटते पुराने यंत्रों को देखकर यही लग रहा था कि खगोलीय वेद्यशाला के लिए विश्व विख्यात रहा जंतर-मंतर आज अपने हाल पर आंसू बहा रहा है.