नई दिल्ली: दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने हिजबुल मुजाहिद्दीन के दो आतंकियों के साथ गिरफ्तार जम्मू-कश्मीर के डीएसपी देविंदर सिंह से पुलिस हिरासत में पूछताछ की अवधि 3 अप्रैल तक बढ़ा दिया है. स्पेशल जज अजय कुमार जैन ने ये आदेश दिया.
सह आरोपियों के आमने-सामने बैठाकर पूछताछ की जरुरत
सुनवाई के दौरान दिल्ली पुलिस ने कहा कि देविंदर सिंह से दूसरे सह आरोपियों जावेद इकबाल, सैयद नावेद मुश्ताद और इमरान शफी मीर के आमने-सामने बैठाकर पूछताछ करने की जरुरत है. दिल्ली पुलिस ने कहा कि बड़ी साजिश का खुलासा करने और आरोपियों की भूमिका की जांच करने के लिए पूछताछ जरुरी है. उसके बाद कोर्ट ने देविंदर सिंह से 3 अप्रैल तक हिरासत में पूछताछ करने की इजाजत दे दी. कोर्ट ने कहा कि हर 48 घंटे पर देविंदर सिंह का चिकित्सकीय परीक्षण किया जाए.
देविंदर सिंह जनवरी में हुआ था गिरफ्तार
देविंदर सिंह को हिज्बुल मुजाहिद्दीन के दो आतंकियों के साथ पिछले जनवरी में गिरफ्तार किया गया था. देविंदर सिंह को जम्मू-कश्मीर के हीरा नगर जेल से दिल्ली पूछताछ के लिए लाया गया था.
मुश्ताक 3 अप्रैल तक की पुलिस हिरासत में है
पिछले 28 मार्च को कोर्ट ने हिज्बुल मुजाहिद्दीन के संदिग्ध आतंकी सैयद नावेद मुश्ताक को 3 अप्रैल तक की पुलिस हिरासत में भेज दिया था. मुश्ताक को देविंदर सिंह की गिरफ्तारी के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया है. दिल्ली पुलिस ने कोर्ट से कहा कि मुश्ताक और उसके सहयोगी दिल्ली और देश के दूसरे हिस्सों में आतंकी हमले करने की योजना को अंजाम देने की फिराक में थे. स्पेशल सेल के मुताबिक मुश्ताक इंटरनेट क जरिये सह आरोपियों और आतंकियों से बातें करता था. वो बातचीत के लिए डार्क वेब का इस्तेमाल करता था.
डी कंपनी और छोटा शकील का नाम
स्पेशल सेल ने कोर्ट से कहा कि पूछताछ में वित्तीय लेन-देन का भी पता लगाना है. दिल्ली पुलिस की ओर से दर्ज एफआईआर के मुताबिक जम्मू-कश्मीर और पंजाब के युवाओं को आतंकी डी कंपनी और छोटा शकील की मदद से आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए ट्रेनिंग दी जा रही है. स्पेशल सेल को ये इनपुट मिला था कि डी कंपनी पंजाब के खालिस्तान समर्थित आतंकियों को फंड मुहैया करा रहा है.