नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस के डीसीपी मधुर वर्मा पर मारपीट का आरोप लगाने वाले इंस्पेक्टर कर्मवीर सिंह छुट्टी पर चले गए हैं. छुट्टी पर जाने से पहले उन्होंने पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक से मुलाकात कर उन्हें तथ्यों से अवगत करवाया.
उन्होंने पुलिस कमिश्नर को यह भी बताया कि दो आईपीएस अधिकारियों ने उन्हें फोन कर शिकायत वापस लेने का दबाव बनाया है. फिलहाल पूरे मामले की विजिलेंस जांच करवाई जा रही है.
जानकारी के अनुसार ट्रैफिक पुलिस में तैनात इंस्पेक्टर कर्मवीर सिंह ने नई दिल्ली के डीसीपी मधुर वर्मा पर थाने में उन्हें पीटने एवं बंधक बनाने का आरोप लगाया था. इस बाबत उन्होंने पुलिस कमिश्नर से लेकर गृह मंत्री तक को लिखित शिकायत भेजकर अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है. उधर मधुर वर्मा की तरफ से भी इस इंस्पेक्टर द्वारा बदसलूकी करने की शिकायत अधिकारियों को दी गई है. पुलिस पूरे मामले की विजिलेंस जांच करवा रही है जिसके बाद सच्चाई सामने आएगी.
बुधवार से इंस्पेक्टर गए छुट्टी पर
इस घटना को लेकर इंस्पेक्टर काफी आहत है. इंस्पेक्टर कर्मवीर को दो बार पहले पदोन्नति एवं एक बार असाधारण कार्य पुरस्कार मिल चुका है. इस घटना को लेकर मंगलवार को उन्होंने कहा था कि अपने हाथों से शिकायत लिखकर उन्होंने अधिकारियों को दी है. उन्हें पूरा भरोसा है कि अधिकारी उचित कार्रवाई करेंगे. इस मामले को लेकर उन्होंने खुद पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक से मुलाकात की और बताया कि दो आईपीएस अधिकारियों ने उन पर शिकायत वापस लेने का दबाव डाला है. कमिश्नर को सभी बातों से अवगत कराने के बाद इंस्पेक्टर छुट्टी पर चले गए हैं.
डीसीपी का तर्क सिपाहियों से की बदतमीजी
इंस्पेक्टर कर्मवीर पर डीसीपी मधुर वर्मा ने अपने सिपाहियों से बदतमीजी करने का आरोप लगाया है. उन्होंने भी इसे लेकर शिकायत की है. उन्होंने शिकायत में कहा है कि उनके सिपाहियों से बदतमीजी करने को लेकर इंस्पेक्टर ने थाने में उनसे लिखित माफी मांगी थी, लेकिन बाद में विभागीय कार्रवाई से बचने के लिए उसने झूठे आरोप लगाकर उनकी शिकायत कर दी.
क्या है पूरा मामला
इंस्पेक्टर कर्मवीर का कहना है कि वह 10 मार्च की रात लगभग 10 बजे एपीजे अब्दुल कलाम रोड पर ट्रैफिक संचालन कर रहे थे. उसी समय डीसीपी मधुर वर्मा का ऑपरेटर गलत दिशा से एसयूवी लेकर आ रहा था. इसके पीछे उनकी सरकारी गाड़ी भी थी. इंस्पेक्टर ने जब सिपाही को गलत दिशा से आने पर टोका तो उसने कहा कि यह डीसीपी मधुर वर्मा की गाड़ी है. इंस्पेक्टर का आरोप है कि बाद में मधुर वर्मा ने उन्हें थाने में बुलाकर थप्पड़ मारे.