नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में बदमाशों के हौसले बुलंद हैं. हालत यह है कि दिनदहाड़े सड़क चलते लोगों से लूटपाट की जा रही है. अभी ज्यादा दिन नहीं बीते जब सगरपुर इलाके में बाइक सवार बदमाशों ने लूटपाट का विरोध करने पर चाकू घोंपकर बुजुर्ग की हत्या कर दी थी. वहीं, 11 अगस्त को साकेत इलाके में एक महिला शिक्षिका का मोबाइल लूटने का प्रयास कर रहे बदमाशों ने उसे चलती ऑटो से खींचकर सड़क पर गिरा दिया. बदमाशों ने उसे तब तक सड़क पर घसीटा जब तक महिला का मोबाइल उनके हाथ नहीं आ गया. इससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई.
इन घटनाओं से लोगों में असुरक्षा की भावना तो बढ़ ही रही है. साथ ही दिल्ली पुलिस की चौकसी और कानून व्यवस्था पर भी सवाल उठ रहे हैं. वहीं, दिल्ली पुलिस के डीसीपी पीआरओ सुमन नलवा का कहना है कि राजधानी दिल्ली में स्वतंत्रता दिवस के मद्देनजर लेकर सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए गए हैं. भीड़भाड़ वाले और सार्वजनिक स्थानों पर विशेष चौकसी बरती जा रही है.
दिल्ली जल बोर्ड में काम करने वाले विनय कुमार 19 जुलाई की रात करीब साढ़े 11 बजे मंदिर मार्ग इलाके में गोल मार्केट के पास गए थे. वहां किसी का कॉल आ गया. उन्होंने कॉल रिसीव की और सड़क के किनारे खड़े होकर बात करने लगे. तभी पीछे से एक स्कूटी सवार आए दो बदमाश उनका फोन झपटकर भाग गए. विनय ने बताया कि बदमाश इतनी तेजी से आए थे और फोन झपटने के बाद इतनी तेजी से भागे कि वह उनकी स्कूटी का नंबर तक नहीं देख पाए.
वहीं, पोस्ट ऑफिस में काम करने वाले दिलीप कुमार 19 जुलाई की सुबह 10 बजे शिवाजी स्टेडियम मेट्रो स्टेशन के पास जा रहे थे इस दौरान वह फोन पर बात कर रहे थे तभी पीछे से मोटरसाइकिल से आए 2 लड़कों ने उनका मोबाइल झपट लिया और खड़क सिंह मार्ग की तरह भाग गए. दिलीप कुमार ने बताया कि दोनों बदमाशों की उम्र 20 से 25 साल के बीच रही होगी. वहीं, 23 जुलाई को कविता सुनार नाम की युवती से केटीएम बाइक सवार युवकों ने मोबाइल झपट लिया.
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