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नए मोटर एक्ट का लोगों में दिख रहा डर! पॉल्यूशन केंद्रों पर सुबह 6 बजे से लग रही लाइनें

नोएडा सेक्टर-21 में बने पेट्रोल पंप पर सुबह 6 बजे से ही वाहनों की भीड़ पहुंच रहीं हैं. सबसे पहले 10 साल पुराने डीजल और 15 साल पुराने पेट्रोल वाहन की जांच की जाती है.

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Published : Sep 8, 2019, 8:14 PM IST

नई दिल्ली/नोएडा: राजधानी दिल्ली से सटे नोएडा में नए 'मोटर एक्ट 2019' 1 सितंबर से लागू हो गया है. ऐसे में पॉल्यूशन केंद्रों पर सुबह 6 बजे से ही लाइन लगनी शुरू हो जाती है.

पॉल्यूशन जांच केंद्रों पर रोजाना तकरीबन 300-400 वाहन मालिक चालान से बचने के लिए भारी संख्या में पहुंच रहे हैं.

पॉल्यूशन सर्टिफिकेट बनवाने सुबह 6 बजे वाहन मालिक पहुंचे.

पेट्रोल पंप पर उमड़ रही है वाहन चालकों की भीड़

नोएडा सेक्टर-21 में बने पेट्रोल पंप पर सुबह 6 बजे से ही वाहनों की भीड़ पहुंच रहीं हैं. पॉल्यूशन जांचकर्मी राहुल ने बताया कि सबसे पहले 10 साल पुराने डीजल और 15 साल पुराने पेट्रोल वाहन की जांच की जाती है. उसके बाद CO, कार्बन और स्मोकिंग लेवल चेक करने के बाद पॉल्यूशन सर्टिफिकेट बनाया जाता है.

बाहर प्रदेशों की गाड़ियां अगर ई-परिवहन में रजिस्टर्ड हैं तभी उनका पॉल्यूशन सर्टिफिकेट बनाया जाएगा नहीं तो RTO ऑफिस से संपर्क करने की बात कही जाती है.

भारी जुर्माने से बचने के लिए लोग लंबी-लंबी कतार में खड़े हैं. नए मोटर एक्ट 2019 के लागू होने के बाद से लोग जुर्माने से बचने के लिए सजक दिखाई दे रहे हैं.

नई दिल्ली/नोएडा: राजधानी दिल्ली से सटे नोएडा में नए 'मोटर एक्ट 2019' 1 सितंबर से लागू हो गया है. ऐसे में पॉल्यूशन केंद्रों पर सुबह 6 बजे से ही लाइन लगनी शुरू हो जाती है.

पॉल्यूशन जांच केंद्रों पर रोजाना तकरीबन 300-400 वाहन मालिक चालान से बचने के लिए भारी संख्या में पहुंच रहे हैं.

पॉल्यूशन सर्टिफिकेट बनवाने सुबह 6 बजे वाहन मालिक पहुंचे.

पेट्रोल पंप पर उमड़ रही है वाहन चालकों की भीड़

नोएडा सेक्टर-21 में बने पेट्रोल पंप पर सुबह 6 बजे से ही वाहनों की भीड़ पहुंच रहीं हैं. पॉल्यूशन जांचकर्मी राहुल ने बताया कि सबसे पहले 10 साल पुराने डीजल और 15 साल पुराने पेट्रोल वाहन की जांच की जाती है. उसके बाद CO, कार्बन और स्मोकिंग लेवल चेक करने के बाद पॉल्यूशन सर्टिफिकेट बनाया जाता है.

बाहर प्रदेशों की गाड़ियां अगर ई-परिवहन में रजिस्टर्ड हैं तभी उनका पॉल्यूशन सर्टिफिकेट बनाया जाएगा नहीं तो RTO ऑफिस से संपर्क करने की बात कही जाती है.

भारी जुर्माने से बचने के लिए लोग लंबी-लंबी कतार में खड़े हैं. नए मोटर एक्ट 2019 के लागू होने के बाद से लोग जुर्माने से बचने के लिए सजक दिखाई दे रहे हैं.

Intro:नए मोटर एक्ट 2019 एक सितंबर से लागू हो गया है। ऐसे में पॉल्युशन केंद्रों पर सुबह 6 बजे से ही लाइन लगनी शुरू हो जाती है। पॉल्युशन जांच केंद्र में रोजाना तकरीबन 300-400 वाहन पहुंच रहे हैं। चालान से बचने के लिए प्रदूषण जांच केंद्रों पर भारी संख्या में मोटर वाहन मालिक पहुंच रहे हैं।


Body:नोएडा सेक्टर 21 में बने पेट्रोल पंप पर सुबह 6 बजे से ही वाहनों की भीड़ पहुंच रही है। पॉल्युशन जांचकर्मी राहुल ने बताया कि सबसे पहले 10 साल डीजल और 15 साल पेट्रोल वाहन की जांच की जाती है। उसके बाद CO, कार्बन और स्मोकिंग लेवल चेक करने के बाद पॉल्युशन सर्टिफिकेट बनाया जाता है। बाहर प्रदेशों की गाड़ियां अगर ई परिवहन में रजिस्टर्ड हैं तभी उनका पॉल्युशन सर्टिफिकेट बनाया जाएगा नहीं तो RTO ऑफिस से संपर्क करने की बात कही जाती है।


Conclusion:भारी जुर्माने से बचने के लिए लोग लंबी लंबी कतार में खड़े हैं। नए मोटर एक्ट 2019 के लागू होने के बाद से लोग जुर्माने से बचने के लिए सजक दिखाई दे रहे हैं।
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