नई दिल्ली: आईआईटी के रिसर्चर्स अलग-अलग तरीके से कोरोना को मात देने में लगे हुए हैं. कोरोना से लड़ाई के लिए जरूरी चीजें, आवश्यक उपकरण आदि बनाने में आईआईटी के वैज्ञानिक कोई कमी नहीं छोड़ रहे हैं. यही वजह है कि लगातार आईआईटी के शोधकर्ता नई डिवाइस सामने ला रहे हैं. इसी क्रम में आज हम आईआईटी दिल्ली का एक छात्र एक ऐसा वेंटिलेटर तैयार कर रहे हैं, जो कम लागत में भी वेंटिलेटर की सभी सुविधाएं देने में सक्षम होगा.
किफायती दाम में बेहतर सुविधा
वहीं इस उपकरण के बारे में इसे बनाने वाली कंपनी मेडिकफाइबर्स के निदेशक हर्ष लाल ने बताया कि उन्होंने कम दाम में माइक्रोकंट्रोलर बेस्ड वेंटिलेटर तैयार किया है, जिसे असिस्ट कंट्रोल, प्रेशर सपोर्ट (PS) और प्रेशर सपोर्ट वेंटीलेशन(PSV) के साथ पॉजिटिव एंड रेस्पिरेट्री प्रेशर (PEEP) में इस्तेमाल किया जा सकेगा. वहीं उनका दावा है कि जहां ज्यादातर वेंटिलेटर्स एंबू बैग पर आधारित होते और बहुत महंगे होते हैं. वहीं यह वेंटिलेटर उससे बेहतर विकल्प देता है और पांच हजार से भी कम की लागत में तैयार किया जा सकता है.
देशहित में तैयार किया वेंटिलेटर
वहीं हर्ष ने कहा कि कोविड -19 महामारी के समय में जब देश को बेहतर मेडिकल सुविधाओं की आवश्यकता है, ऐसे में आईआईटी के सभी छात्र इसे अपनी जिम्मेदारी समझते हैं कि वह अपनी पढ़ाई को अपने देश हित में लगा सकें. इसी को ध्यान में रखते हुए हमने यह वेंटिलेटर तैयार किया है. साथ ही उन्होने कहा कि बाहर से कोई भी उपकरण मंगवाए जाते हैं, तो उसमे लागत भी बहुत ज्यादा आती है. इसीलिए भारत में ही इस तरह का वेंटिलेटर बनाया गया है जो माइल्ड, मॉडरेट और सीवियर सभी तरह के मरीजों की जान बचाने में काफी उपयोगी सिद्ध हो सकता है.
जरूरी उपकरण जुटाने में परेशानी
हर्ष ने बताया कि इस वेंटिलेटर को बनाने में कुछ ऐसी चीजों की भी आवश्यकता पड़ी है, जो दुकानें और फैक्ट्रियां बंद होने की वजह से जुटानी मुश्किल हो रही है. ऐसे में उनकी सरकार से यह अपील है कि उन्हे इस वेंटिलेटर को बनाने में जो भी चीजें चाहिए वह मुहैया कराने में सरकार उनकी मदद करें, जिससे वह ज्यादा से ज्यादा वेंटिलेटर बना सकें. वहीं उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस से लड़ने के लिए जरूरी उपकरण बनाने की प्रक्रिया में वह तीन और प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं.