नई दिल्ली: मोहल्ला बस योजना को सफलतापूर्वक लागू करने के लिए इंटरनेशनल कॉउन्सिल ऑफ क्लीन ट्रांसपोर्ट (आईसीसीटी) 17 अप्रैल को एक अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञ परामर्श कार्यक्रम आयोजित करेगी. परामर्श बैठक की अध्यक्षता दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत करेंगे. इस वर्चुअल परामर्श में कई वैश्विक विशेषज्ञ शामिल होंगे, जो अपने वैश्विक अनुभवों और केस स्टडी के जरिये मोहल्ला बस सेवा योजना पर 10-12 मिनट की प्रस्तुति देंगे. प्रस्तुति में सेवा डिजाइन, औसत मार्ग की लंबाई, किराया, ब्रांडिंग और अन्य संबंधित विषयों पर सुझाव शामिल होंगे. इसके बाद विशेषज्ञों के साथ प्रश्नोत्तर सत्र होगा.
परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा कि नई योजना या नीति को आगे बढ़ाते समय इन्क्लुजन हमेशा दिल्ली सरकार के लिए प्रमुख मापदंडों में से एक रहा है. इसलिए, हमने यह सुनिश्चित किया है कि योजना में अधिक व्यावहारिकता लाने के लिए हितधारकों के साथ परामर्श करें. मोहल्ला बस दिल्ली सरकार की एक अनूठी पहल है. इस योजना के विभिन्न पहलुओं पर भारतीय हितधारकों और एक्सपर्ट्स के साथ बहुत से परामर्श पहले ही हो चुके थे, इस बार हम उन अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों की प्रतिक्रिया जानना चाहते हैं जिन्होंने फीडर बस संचालन को अपने शहरों या देश में सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. इसके आयोजन के लिए मैं आईसीसीटी को धन्यवाद देता हूं.
दिल्ली सरकार शहर की सड़कों पर छोटे आकार की इलेक्ट्रिक मोहल्ला बसों की शुरुआत के साथ शहर की सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था में क्रांति लाने के लिए पूरी तरह तैयार है. जल्द सरकार ऐसी 100 बसें शुरू करेगी. दिल्ली के इतिहास में पहली बार मोहल्ला बसें शहर की सड़कों पर चलेंगी. सरकार की 2025 तक कुल 2,180 ऐसी बसें शुरू करने की योजना है. मोहल्ला बसों की संकल्पना दिल्ली के उन क्षेत्रों की परिवहन ज़रूरतों को पूरा करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, जहां सड़क की चौड़ाई कम है या नियमित 12 मीटर बसों के चलने के लिए माकूल नहीं है. इस कदम से इन क्षेत्रों में बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करने और लोगों के लिए परिवहन पहुंच में सुधार की उम्मीद है.
परामर्श में भाग लेने वाले कुछ विशेषज्ञ इस प्रकार हैं:
- विश्व बैंक के सैम जिम्मरमैन, जिन्होंने डीसी सर्क्युलेटर सेवा पर काम किया है.
- सियोल में फीडर सेवाओं पर काम करने वाले डॉ ये कोटी.
- बोगोटा में जावेरियाना विश्वविद्यालय से डॉ. डेरियो हिडाल्गो, जिन्होंने कोलंबिया के कई शहरों के लिए फीडर सेवा पर काम किया है.
- नीति आयोग में सीनियर फेलो डॉ. ओपी अग्रवाल, जिन्होंने द्वारका सर्क्युलेटर सेवा का प्रस्ताव रखा था
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