नई दिल्ली: पीतमपुरा इलाके में कलाकृतियों के मेले का आयोजन हर साल किया जाता है. जिसमें कलाकार अपने हाथों से की गई कलाकारी का नमूना पेश करते है. दिल्ली के पीतमपुरा इलाके में हुनर हाट का आयोजन इस बार भी दिल्ली सरकार द्वारा 11 नवंबर से 22 नवंबर तक किया गया था, लेकिन दिल्ली में दोबारा से बढ़ते कोरोना संक्रमण के चलते हुनर हाट को 2 दिन पहले ही स्थगित कर दिया गया.
2 दिन पहले ही समापन
पीतमपुरा इलाके में हुनर हाट मेले का आयोजन दिल्ली सरकार के निर्देशों के बाद सोशल डिस्टेंसिंग के मानकों का पालन करते हुए 11 नवंबर से 22 नवंबर तक के लिए किया गया था. लेकिन कोरोना की भयावहता के चलते दिल्ली सरकार के आदेश के बाद 2 दिन पहले ही 20 नवंबर को समाप्त कर दिया गया. हुनर हाट में छोटी से छोटी और बड़ी से बड़ी चीज कलाकारों द्वारा हाथों से बनाकर लाई गई थी, जिन्हें उचित दामों पर बेचा जा रहा था. जिससे विक्रेता ओर खरीददार दोनो खुश नजर आ रहे थे, लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते सभी दोबारा से निराश हो गए. व्यापारियों का कहना है कि पिछले 8 महीनों से लॉकडाउन के चलते पहले ही परेशानी थी, अब उम्मीद जगी थी कि हाट में दुकानें लगेंगी और कुछ सामान बिकेगा. जिससे लोगों के दिन बदलेंगे, लेकिन दोबारा से बढ़ते संक्रमण में लोगों की परेशानी को ओर बढ़ा दिया.
व्यापारी व खरीददार परेशान
हुनर हाट में खरीदारी करने के लिए आए शख्स ने बताया कि वह हुनर हाट मेले को देखने के लिए आए थे और आने के बाद पता चला कि इसका समापन कर दिया गया है. जिसे दिल्ली सरकार द्वारा कोरोना संक्रमण के चलते बंद कराया गया है. ये लोग शनिवार और रविवार को समय निकालकर यहां पर खरीदारी करने के लिए आए थे. लेकिन अब इन्हें यहां से खाली हाथ बैरंग लौटना पड़ रहा है. लोगों ने उम्मीद जताई है कि जल्द से जल्द दिल्ली में कोरोना खत्म हो, जिसके बाद बाजार खुले और लोग दोबारा से खरीदारी अच्छे से कर सकें.
बढ़ते कोरोना संक्रमण के चलते लिया फैसला
महीने में दिल्ली में लॉकडाउन लगा दिया गया था. जिसके बाद अब नवंबर का महीना भी बीतने को है और करीब 8 महीने के बाद भी लोग काफी परेशान है. दिल्ली में एक बार फिर से कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है, जिसके चलते लोग कोरोना संक्रमित तो हो ही रहे हैं और बड़ी संख्या में लोग अपनी जान भी गंवा रहे हैं. दिल्ली सरकार ने लोगों की सुरक्षा के चलते कई ऐतिहासिक फैसले लिए हैं ताकि कोरोना संक्रमण से लोगों को बचाया जा सके.