नई दिल्ली: तीस हजारी कोर्ट में हुए बवाल के बाद दिल्ली में जिस तरीके के हालात बने हैं, उससे कहीं ना कहीं गृह मंत्रालय नाराज नजर आ रहा है. सूत्रों का कहना है कि पुलिस मुख्यालय पर हुए प्रदर्शन से ये साफ हो गया है कि फोर्स अपने कमिश्नर को पसंद नहीं करती. यही वजह है कि उनके खिलाफ सामने ही नारेबाजी की गई. इसे ध्यान में रखते हुए जल्द ही पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक को हटाने पर निर्णय लिया जा सकता है. सूत्रों की माने तो नए पुलिस कमिश्नर की तलाश भी शुरू हो गई है.
दिल्ली पुलिस कमिश्नर से नाराज है गृह मंत्रालय
सूत्रों के मुताबिक इस पूरे प्रकरण से गृह मंत्रालय तक ये संदेश पहुंचा है कि इस मामले को ठीक से हैंडल नहीं किया गया. घटना के बाद जिस तरीके से दिल्ली पुलिस के मुख्यालय पर ही पुलिसकर्मी प्रदर्शन करने पहुंच गए, इससे गृह मंत्रालय बेहद नाराज है.
उस पर भी पुलिस कमिश्नर के सामने पूर्व कमिश्नर बीएस बस्सी, किरण बेदी और दीपक मिश्रा के समर्थन में नारे लगाए गए. इससे यह साफ हो गया कि पुलिस फोर्स अपने कमिश्नर से बेहद नाराज हैं. ऐसे में दिल्ली पुलिस को संभालने के लिए नया कमिश्नर जल्द नियुक्त किया जा सकता है.
चुनाव के चलते भी संभावना ज्यादा
सूत्रों के मुताबिक दिल्ली विधानसभा चुनाव आगामी फरवरी माह में होने हैं. इसे लेकर आगामी दिसंबर महीने के अंत तक चुनाव आयोग आचार संहिता लगा सकता है. इसकी घोषणा के बाद दिल्ली पुलिस को नया कमिश्नर नहीं मिल सकता है.
चुनाव के समय होगी पुलिस कमिश्नर की जरूरत
इसे ध्यान में रखते हुए गृह मंत्रालय आचार संहिता लगने से पहले ही पुलिस कमिश्नर को बदल देना चाहता है ताकि चुनाव के समय दिल्ली पुलिस के पास कमिश्नर हो. अगर अमूल्य पटनायक जनवरी तक कमिश्नर रहते हैं, तो ऐसे में चुनाव के समय वो रिटायर हो चुके होंगे और बिना कमिश्नर के दिल्ली पुलिस को चुनाव के समय रहना पड़ेगा.
इन नामों पर चल रही चर्चा
सूत्रों का कहना है कि गृह मंत्रालय दिल्ली में एक मजबूत कमिश्नर लाना चाहता है. इसलिए ना केवल यूटी कैडर बल्कि अन्य कैडर को लेकर भी विचार किया जा रहा है. इस बात की संभावना काफी ज्यादा है कि यूटी कैडर के बाहर के आईपीएस को लाकर दिल्ली पुलिस का कमिश्नर नियुक्त किया जाए.
फिलहाल जिन नामों को लेकर चर्चा चल रही है, उनमें सबसे ऊपर नारकोटिक्स के डीजी राकेश अस्थाना (आईपीएस 1984 बैच, गुजरात कैडर) का नाम है. उनके अलावा जम्मू कश्मीर कैडर के 1987 बैच के आईपीएस अधिकारी एसएम सहाय और यूटी कैडर के 1985 बैच के आईपीएस अधिकारी एसएन श्रीवास्तव का नाम शामिल है. उम्मीद की जा रही है इसी महीने के अंत तक पुलिस कमिश्नर का नाम तय किया जा सकता है.
अमूल्य पटनायक चाहते हैं एक्सटेंशन
सूत्रों की माने तो दिल्ली पुलिस के कमिश्नर आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए कुछ समय के लिए एक्सटेंशन चाहते हैं. वो चाहते हैं कि विधानसभा चुनाव के दौरान वही दिल्ली में सुरक्षा की बागडोर संभाले और चुनाव समाप्त होने के बाद उन्हें सेवानिवृत्ति मिले. फिलहाल उनकी सेवानिवृत्ति 31 जनवरी को होनी है.