नई दिल्ली: गुरु नानक साहिब के 550वें प्रकाश उत्सव के अवसर पर आईवाईसीई और सिख रिसर्च इंस्टीट्यूट यूएसए और नेशनल म्यूजियम की ओर से गुरु नानक साहिब 'वन नेस टू वन आईडेंटिटी' प्रदर्शनी का आयोजन किया गया. ये प्रदर्शनी जनपथ पर स्थित नेशनल म्यूजियम में आयोजित की गई है, जोकि 9 फरवरी तक चलेगी.
गुरु नानक साहिब से जुड़ी प्रदर्शनी
बता दें कि इस प्रदर्शनी में गुरु नानक साहिब से जुड़ी कई कहानियां प्रदर्शित की गई है. वहीं इस मौके पर गुरु नानक देव पब्लिक स्कूल के छात्रों ने शब्द प्रस्तुत किया. बता दें ये प्रदर्शनी गुरु नानक साहिब के जीवन और उनके कालखंड को तस्वीरों के माध्यम से दर्शाती है. इसके अलावा प्रदर्शनी में ये भी दिखाया गया है कि समाज में फैले भेदभाव को लेकर उनके क्या विचार थे.
वहीं तरनप्रीत मेहंदी ने कहा कि गुरु नानक साहिब के आदर्शों का पालन कर देश और दुनिया में फैली असमानता को दूर किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि गुरु नानक साहिब की प्रेरक कहानियां लोगों को सुनने-सुनाने की जरूरत है. साथ ही कहा कि इस प्रदर्शनी के जरिए ऐसी ही कहानी लोगों तक पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है.
दर्शायी गई गुरु नानक साहिब की प्रेरक कहानियां
वहीं सिख रिसर्च इंस्टीट्यूट के को-फाउंडर हरिंदर सिंह ने बताया कि पिछले कुछ वर्षों से गुरु नानक साहिब के बारे में हम सभी के बीच में चर्चा बहुत हो रही है, लेकिन गुरु ग्रंथ साहिब के मुताबिक गुरु नानक साहिब ने क्या लिखा और उनका क्या योगदान है. इस प्रदर्शनी में उसके बारे में प्रदर्शित किया गया है.
उन्होंने कहा कि इसके अलावा इस प्रदर्शनी में वर्कशॉप का भी आयोजन किया जा रहा है जो कि संगीत, कला सहित कई अन्य क्षेत्रों में आयोजित की जाएगी. उन्होंने बताया कि ये कार्यक्रम 9 फरवरी तक जनपथ पर स्थित नेशनल म्यूजियम में चलेगा.
बता दें कि इस कार्यक्रम में मशहूर गायक दलेर मेहंदी, वरिष्ठ अधिवक्ता एचएस फूलका, कुलजीत सिंह, स्वामी अग्निवेश सहित कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे.