नई दिल्ली: AAP और बीजेपी में विधायकों की खरीद-फरोख्त के आरोपों के बीच AAP के गांधीनगर से विधायक अनिल बाजपेयी ने बीजेपी का दामन थाम लिया है. जिसके बाद AAP ने बीजेपी पर पार्टी को तोड़ने के आरोप लगाए हैं.
इस मामले पर ईटीवी भारत ने दिल्ली प्रदेश संयोजक और श्रम मंत्री गोपाल राय से खास बातचीत की. श्रम मंत्री गोपाल राय ने कहा कि मैं इतने दिन से इस बात के संकेत दे रहा था कि बीजेपी AAP को तोड़ना चाहती है. आज साबित हो गया कि बीजेपी ने खरीद-फरोख्त का दौर शुरू कर दिया है. उन्होंने बताया कि इससे हमारी पार्टी पर कोई असर नहीं होगा, बल्कि बीजेपी ज्वॉइन करने वाले अनिल बाजपेयी के ही करियर पर असर पड़ेगा.
उन्होंने बताया कि बीजेपी अपनी आगामी हार को देखते हुए आम आदमी पार्टी के लोगों को तोड़ने की कोशिश में जुटी हुई है. गोपाल राय ने कहा कि अनिल वाजपेयी ने अपने लालच के चलते पार्टी छोड़ी है. इसका नुकसान उनको खुद देखने को मिलेगा.
पार्टी के साथ बदसलूकी पर बोले गोपाल राय
अनिल बाजपेयी ने बीजेपी ज्वाइन करने के बाद AAP पर कई आरोप लगाए हैं. उनका कहना है कि पार्टी में उन्हें सम्मान नहीं मिलता था और उनके साथ बदसलूकी की जाती थी. इन आरोपों पर गोपाल राय का कहना है कि जितनी इज्जत आम आदमी पार्टी में अनिल बाजपाई को मिली है. उतनी इज्जत उन्हें किसी और पार्टी में नहीं मिल सकती. इसलिए पार्टी छोड़ कर जाना और उसके बाद झूठे आरोप लगाना ये सरासर गलत है.
'पार्टी की ओर से मांगे जा रहे थे पैसे'
अनिल बाजपेयी ने AAP पर गंभीर आरोप लगाए कि उनसे लगातार कहा जा रहा था कि वो पार्टी के लिए पैसा इकट्ठा करें. इस आरोप पर गोपाल राय ने कहा कि ये तो सभी पार्टियां चंदा इकट्ठा करने के लिए कहती है. उसी कड़ी में पार्टी की ओर से कहा गया होगा लेकिन उसका अर्थ ये नहीं है कि पार्टी व्यक्तिगत रूप से पैसे मांग रही है.
फिलहाल अनिल बाजपेयी के आम आदमी पार्टी छोड़ने से कहीं ना कहीं 'आप' को दिल्ली में झटका लगा है. भले ही AAP कहे कि कोई फर्क नहीं पड़ता, लेकिन इसका कुछ न कुछ असर देखने को जरूर मिलेगा.