नई दिल्ली: राज्य में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए सरकार ने गुरुवार को ही दिल्ली में पटाखे को बेचने और जलाने पर रोक लगा दी थी. सरकार के इस फैसले को बीजेपी धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाला बता रही है. अब इस पूरे मामले पर दिल्ली सरकार के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय की प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होंने कहा है कि प्रदेश में प्रदूषण और कोरोना की भयावह स्थिति को देखते हुए यह फैसला लिया गया है.
परिस्थितियों को देखते हुए लिया गया निर्णय
दिल्ली सरकार के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि अब दिवाली का समय आ रहा है. जिसमें पटाखे जलाए जाते हैं. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार दिल्ली में ग्रीन पटाखे चलाने की अनुमति दी गई थी, लेकिन पिछले दो-तीन दिनों के दौरान दिल्ली के अंदर कोरोना के मामले बढ़े हैं. लगभग सात हजार के करीब मामले रोज आ रहे हैं. साथ ही पराली जलाने के मामले बढ़ने के कारण हमारे तमाम प्रयासों के बावजूद दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स लगातार बढ़ रहा है.
पंजाब, हरियाणा और यूपी में पराली जलाने के मामले बढ़ने से वायु स्तर खतरनाक स्थिति की तरफ बढ़ रहा है. इन दोनों स्थितियों को देखते हुए मुख्यमंत्री आवास पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के अध्यक्षता में गुरुवार को मुख्य सचिव, स्वास्थ्य विभाग, राजस्व मंत्री, पर्यावरण विभाग की संयुक्त बैठक हुई थी. सारी परिस्थितियों को देखने के बाद यह निर्णय लिया गया कि दिल्ली के अंदर प्रदूषण को लेकर इमरजेंसी हालात जिस तरह से बन रहे हैं, इसको देखते हुए दिल्ली के अंदर पूरी तरह से पटाखों पर बैन लगा दिया गया है.
7 से 30 नवंबर तक रहेगी रोक
गोपाल राय ने कहा कि अब दिल्ली के अंदर 7 नवंबर से 30 नवंबर तक ग्रीन पटाखों की बिक्री और उपयोग पर रोक लगा दी गई है. इस संबंध में सरकार ने अधिसूचना जारी कर दिया है. सरकार ने दिल्ली पुलिस और डिविजनल कमिश्नर को निर्देश दिए हैं कि दिल्ली के अंदर पटाखों पर लगे प्रतिबंध को लागू करने के लिए अपना तंत्र तैयार करें और अनुपालन सुनिश्चित कराएं.
सचिवालय में 9 नवंबर को दोपहर 12 बजे पर्यावरण विभाग, डिविजनल कमिश्नर और दिल्ली पुलिस के अधिकारी बैठक करके सरकार के आदेश का शत-प्रतिशत पालन कराने के लिए एस ओ पी तैयार करेंगे, ताकि दिल्ली के लोगों को इस बढ़ते प्रदूषण के खतरे से बचाया जा सके. दिल्ली के हाथ में जो है, प्रदूषण को जितना कम किया जा सकता है, उसे किया जाए. दिल्ली सरकार दिल्ली के प्रदूषण को कम करने के लिए सारे मोर्चे पर काम कर रही है और आगे भी हम इसे करेंगे.