गाजियाबाद के मुरादनगर इलाके से बीती 30 तारीख को राहुल शर्मा नाम का एक युवक लापता था. राहुल प्रॉपर्टी का काम किया करता था. किसी को समझ नहीं आया कि वह कहां चला गया. शक के आधार पर अरुण नेहरा नाम के युवक के परिवार से पूछताछ की गई और जब कड़ाई से यह पूछताछ की गई तो राज सामने आ गया.
पुलिस को यह तो पता चल गया कि राहुल शर्मा की हत्या कर दी गई है और इसमें अरुण नेहरा और उसके परिवार का हाथ है. हत्या का कारण भी साफ हो गया कि ₹11 लाख का उधार अरुण नेहरा पर था जिसे वह चुकाना नहीं चाहता था और इसलिए राहुल शर्मा की हत्या कर दी थी.
लाश तलाशना बनी चुनौती
पुलिस के लिए सबसे बड़ी चुनौती राहुल की लाश मिलने की थी जिसका सुराग पुलिस को नहीं लग पा रहा था. कातिल भी पुलिस को लगातार गुमराह कर रहे थे. दरअसल अरुण ने अपने साथियों के साथ मिलकर राहुल की गला दबाकर हत्या कर दी थी और उसके बाद लाश को आगरा के एक नाले में फेंक दिया था. लाश को इतनी दूर ले जाने का मकसद यह था कि वहां पर अगर सड़ी गली लाश पुलिस को मिलेगी तो पहचान नहीं हो पाएगी. फिलहाल पुलिस ने मामले में अरुण नेहरा की गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है है.
एएसपी अपर्णा गौतम ने बताया कि पूरा विवाद पैसे के लेनदेन का था. आरोपी का पूरा परिवार इसमें शामिल था.11 लाख रुपए नहीं चुकाने की नियत से आखिरकार एक युवक की हत्या कर दी गई और लाश को ढाई सौ किलोमीटर दूर आगरा में ठिकाने लगाने की साजिश का ताना-बाना रचा गया.