नई दिल्ली/नोएडा: नोएडा पुलिस ने साइबर ठगी के गिरोह का पर्दाफाश किया है. आरोपी क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने के नाम पर लोगों से पैसे की ठगी करता था तथा उस पैसे के आधार पर बड़े-बड़े ज्वेलर्स के यहां से गोल्ड कॉइन खरीदकर लाखों रुपए की ठगी करता था. इस तरह की ठगी नोएडा में पहली बार हुई है. गैंग का सरगना केवल 12वीं पास है. इस गैंग के किसी सदस्य ने भी ऑनलाइन ठगी का कार्य दिल्ली में नहीं किया है. इन लोगों द्वारा हर घटना राजधानी से बाहर की गई है.
पुलिस उपायुक्त जोन प्रथम हरीश चंद्र ने बताया कि थाना सेक्टर-20 पुलिस ने बुधवार को एक सूचना के आधार पर भूपेंद्र, हेमंत, सचिन तथा ध्रुव को गिरफ्तार किया है. इनके पास से 2 लाख रुपए नकद तथा तीन लाख रुपए के मुथूट फाइनेंस में रखे गोल्ड को जब्त किया गया है. डीसीपी ने बताया कि उनके पास से पुलिस ने मोबाइल फोन तथा अन्य उपकरण भी बरामद किया है.
पूछताछ के दौरान पता चला है कि ये लोग कुछ समय पूर्व हैदराबाद पुलिस द्वारा भी पकड़े गए थे. आरोपी विभिन्न लोगों से संपर्क करके उनके क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने के नाम पर उनके खाते से रकम निकाल लेते हैं. उसके बाद रेजर-पे के माध्यम से ये लोग बड़े-बड़े सुनारों से संपर्क करके, उन्हें रकम ट्रांसफर करते हैं तथा उनके यहां से गोल्ड उठा लेते हैं. बाद में पीड़ित की शिकायत पर जब साइबर पुलिस रेजर-पे के अकाउंट में गई रकम को फ्रिज करती है तो सुनार को रकम नहीं मिलती है. उन्होंने बताया कि इस तरह की कई वारदातें नोएडा के सुनारों के साथ हुई थी. इस मामले में कई मुकदमे दर्ज हैं.
डीसीपी नोएडा का बयान: डीसीपी हरीश चंद्र ने बताया कि यह एक संगठित गिरोह है, जिसका मुख्य सदस्य भूपेंद्र है, जो अपने साथियों के साथ मिलकर ऑनलाइन माध्यम से सोने की खरीदने का काम वर्ष 2018 से लगातार कर रहा है.