नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट बोर्ड की भ्रष्टाचार रोधी इकाई (एसीयू) के प्रमुख रहे पूर्व आईपीएस अधिकारी नीरज कुमार की नई किताब ‘ए कॉप इन क्रिकेट’ प्रकाशित हुई है. किताब का विमोचन गुरुग्राम में किया गया. किताब में उन्होंने भारतीय क्रिकेट के कुछ ऐसे गहरे काले राज उजागर किए हैं, जो हैरान करने वाले हैं. अपने कार्यकाल के दौरान नीरज कुमार ने महसूस किया कि इस खेल के प्रशासकों द्वारा की जाने वाली हेरा फेरी के सामने मैच फिक्सिंग काफी छोटा मामला है. नीरज कुमार की यह तीसरी किताब है.
उन्होंने अपनी किताब को लेकर ईटीवी भारत से बात की. अपनी किताब में उन्होंने अपने कार्यकाल के अनुभव को साझा किया है. किताब को ‘जुगरनूट बुक्स’ ने छापा है. कहा कि उन्होंने अपनी पुस्तक में पाठकों को ‘हमारे देश में क्रिकेट के नाम पर होने वाली ‘हेरा फेरी की जानकारी’ देने की कोशिश की है. उन्होंने किताब में लिखा है, 'मैंने बीसीसीआई में तीन साल बिताए और इस दौरान महसूस किया कि क्रिकेट में भ्रष्टाचार के मामले में फिक्सिंग का हिस्सा बहुत छोटा है. क्रिकेट प्रशासकों द्वारा बड़े पैमाने की जाने वाली हेरा फेरी के सामने फिक्सिंग का मामला बेहद मामूली है.
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किताब में नीरज ने यह भी उल्लेख किया है कि 2017 में बीसीसीआई का शासन संभालने के लिए सर्वोच्च न्यायालय द्वारा नियुक्त बीसीसीआई के प्रशासकों की समिति (सीओए) के प्रमुख विनोद राय और बीसीसीआई के तत्कालीन सीईओ (मुख्य कार्यकारी अधिकारी) राहुल जोहरी का संबंध ‘पिता-पुत्र’ की तरह था. जहां ‘पिता’ अपने ‘बेटे’ के खिलाफ कुछ भी सुनने को तैयार नहीं थे. उन्होंने कहा कि उनकी यह किताब बाजार के अलावा ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर भी उपलब्ध है. उन्होंने आगे कहा कि वह एक और किताब लिखने वाले हैं.