नई दिल्ली: लगातार बढ़ते कोरोना मरीजों की संख्या को देखते हुए रेलवे बोर्ड ने ICF के कुल 5000 कोचों को आइसोलेटेड वॉर्ड बनाने का फैसला किया है. इसके लिए हर जोनल रेलवे को टारगेट दिया गया है, जिसमें उत्तर रेलवे अपने टारगेट को पूरा करने में जुट गई है. जानकारी के मुताबिक अपने टारगेट के तहत जोन ने करीब 40 आइसोलेटेड वॉर्ड बना दिए हैं.
'तमाम कदम उठा रही है रेलवे'
उत्तर रेलवे से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि रेलवे इस महामारी से लड़ने के लिए तमाम वह कदम उठा रही है, जिससे ज्यादा से ज्यादा लोगों का बचाव किया जा सके. जोन आइसोलेशन वॉर्ड भी तेजी से बनाया जा रहा है. उन्होंने बताया कि इस दिशा में अधिकारियों की ड्यूटी तय की गई है. बोर्ड के आदेश पर जो, तमाम बिंदुओं का पालन कर रहें हैं वे, महामारी से लड़ने में कारगर हो सकते हैं.
30 मार्च को हुई थी बैठक
जानकारी के अनुसार 30 मार्च को हुई बैठक में बोर्ड ने कुल 6000 बेड कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए तैयार करने के लिए कहा था. उत्तर रेलवे के सेंट्रल हॉस्पिटल में भी इसे लेकर निर्देश दिए गए. जरूरत के हिसाब से मिनी रेक चलाने की अनुमति भी दी गई है. पैसेंजर गाड़ियों के डिब्बों को जहां, आइसोलेटेड वॉर्ड में तब्दील किया जा रहा है. वहीं मालगाड़ियों का इस्तेमाल सामान की ढुलाई के लिए किया जा रहा है.