नई दिल्ली : राजधानी दिल्ली के तीन बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन को सोमवार को 8 महीने पूरे हो गए. किसान आंदोलन के 8 महीने पूरे होने के अवसर पर किसान संसद का संचालन पूरी तरह से महिलाएं कर रही हैं. सिंघु बॉर्डर से करीब 200 महिलाएं किसान संसद में पहुंची हैं. महिलाएं मंच से किसान आंदोलन को संचालित कर रही हैं. किसानों के हक के लिए लंबे समय से लड़ाई लड़ने वाली फिल्म अभिनेत्री और सामाजिक कार्यकर्ता गुल पनाग सोमवार को किसानों के बीच पहुंचीं. उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि जो तीन कृषि कानून सरकार ने लागू किए हैं, वह गलत ढंग से लागू किए गए हैं.
गुल पनाग ने कहा कि किसान नेताओं और किसानों का यह मत है कि जो तीन कृषि कानून पास किए गए हैं, वह सही ढंग से पास नहीं हुए हैं. किसान उस पर चर्चा तो कर सकते हैं, लेकिन आगे नहीं बढ़ सकते. उन्होंने कहा कि नए कानून के स्थापना का जो स्तंभ है, जब तक वह नहीं होता तब तक हम आगे नहीं बढ़ेंगे, जहां तक मेरी जानकारी है सब किसान संगठन के जत्थेदार तैयार हैं.
इसे भी पढ़ें: किसान संसद की तर्ज पर सदन में भी महिलाओं की भागीदारी बढ़ाए सरकार: सुभाषिनी अली
उन्होंने कहा हम सरकार से बातचीत करने के लिए तैयार हैं. कानून बनाने का एक तरीका होता है जो हमारे संविधान में दर्ज है. सरकार उसका पालन करते हुए कानून बनाए इसके बाद ही किसान सरकार से बात करेंगे.