ETV Bharat / state

मादा चिम्पांजी 'रीटा' का नाम लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज - Limca Book of World Record

दिल्ली चिड़ियाघर में साल 1960 से रहती आ रही मादा चिम्पाजी का नाम सबसे उम्रदराज चिम्पाजी के तौर लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल कर लिया गया है. ये उपलब्धि दिल्ली स्थित चिड़ियाघर के उन कर्मचारियों के लिए बहुत बड़ी है जिन्होंने सालों से चिम्पांजी की देखभाल की. आपको बता दें कि इसका जन्म एम्सर्टडम में हुआ था. इसका नाम रीटा है.

मादा चिम्पांजी का नाम वर्ल्ड रिकार्ड में
author img

By

Published : Mar 15, 2019, 10:45 AM IST

नई दिल्ली: चिड़ियाघर प्रशासन जहां अपने वन्य जीवों के रखरखाव में कोई कोर कसर नहीं छोड़ता वहीं वन्य जीव भी चिड़ियाघर की ख्याति में चार चांद लगा रहे हैं.

सबसे उम्रदराज मादा चिम्पांजी बनी रीटा

एशिया की सबसे बुजुर्ग मादा चिम्पांजी के चलते दिल्ली चिड़ियाघर इन दिनों चर्चा में है. 58 साल की ये मादा चिम्पांजी वर्ष 2006 से दिल्ली चिड़ियाघर की रौनक बढ़ा रही है और अब इसका नाम लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हो चुका है.

1960 में हुआ था रीटा का जन्म
चिड़ियाघर के अधिकारी ने बताया कि रीटा नाम की इस मादा चिम्पांजी का जन्म 15 दिसंबर 1960 को एम्स्टर्डम के चिड़ियाघर में हुआ था. लगभग 5 वर्ष की आयु में रीटा को दिल्ली चिड़ियाघर एनिमल एक्सचेंज प्रोग्राम में लाया गया था. उन्होंने बताया की वर्ष 1985 में रीटा को चत्तबीर चिड़ियाघर में भेज दिया गया था.

2006 में दिल्ली वापल लाया गया
वहीं प्रजनन के लिए लंदन के चिड़ियाघर से मैक्स नाम के नर चिम्पांजी को लाया गया था जिसके सहयोग से रीटा चिम्पांजी ने चार शिशुओं को जन्म दिया था. लेकिन उसके कोई बच्चा ज्यादा दिन जीवित नहीं रहे. रीटा को वर्ष 2006 में दिल्ली चिड़ियाघर में वापस लाया गया था तब से वो यहां को रौनक बढ़ा रही है.

ये सबकुछ खाती है चिपांजी रीटा
वहीं चिड़ियाघर के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि उम्रदराज होने के कारण रीटा चिम्पांजी को डॉक्टरों निगरानी में रखा जाता है और उसका समय-समय रूटीन चेक अप किया जाता है, साथ ही उनके आहार पर भी विशेष ध्यान दिया जाता है. खाने में रीटा को मौसमी फल भरपूर मात्रा में दिए जाते हैं. इसके साथ ही सूखे मेवे और अन्य खाद्य सामग्री भी दी जाती है.

नई दिल्ली: चिड़ियाघर प्रशासन जहां अपने वन्य जीवों के रखरखाव में कोई कोर कसर नहीं छोड़ता वहीं वन्य जीव भी चिड़ियाघर की ख्याति में चार चांद लगा रहे हैं.

सबसे उम्रदराज मादा चिम्पांजी बनी रीटा

एशिया की सबसे बुजुर्ग मादा चिम्पांजी के चलते दिल्ली चिड़ियाघर इन दिनों चर्चा में है. 58 साल की ये मादा चिम्पांजी वर्ष 2006 से दिल्ली चिड़ियाघर की रौनक बढ़ा रही है और अब इसका नाम लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हो चुका है.

1960 में हुआ था रीटा का जन्म
चिड़ियाघर के अधिकारी ने बताया कि रीटा नाम की इस मादा चिम्पांजी का जन्म 15 दिसंबर 1960 को एम्स्टर्डम के चिड़ियाघर में हुआ था. लगभग 5 वर्ष की आयु में रीटा को दिल्ली चिड़ियाघर एनिमल एक्सचेंज प्रोग्राम में लाया गया था. उन्होंने बताया की वर्ष 1985 में रीटा को चत्तबीर चिड़ियाघर में भेज दिया गया था.

2006 में दिल्ली वापल लाया गया
वहीं प्रजनन के लिए लंदन के चिड़ियाघर से मैक्स नाम के नर चिम्पांजी को लाया गया था जिसके सहयोग से रीटा चिम्पांजी ने चार शिशुओं को जन्म दिया था. लेकिन उसके कोई बच्चा ज्यादा दिन जीवित नहीं रहे. रीटा को वर्ष 2006 में दिल्ली चिड़ियाघर में वापस लाया गया था तब से वो यहां को रौनक बढ़ा रही है.

ये सबकुछ खाती है चिपांजी रीटा
वहीं चिड़ियाघर के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि उम्रदराज होने के कारण रीटा चिम्पांजी को डॉक्टरों निगरानी में रखा जाता है और उसका समय-समय रूटीन चेक अप किया जाता है, साथ ही उनके आहार पर भी विशेष ध्यान दिया जाता है. खाने में रीटा को मौसमी फल भरपूर मात्रा में दिए जाते हैं. इसके साथ ही सूखे मेवे और अन्य खाद्य सामग्री भी दी जाती है.

चिड़ियाघर की रौनक में लगे चार चांद, सबसे उम्रदराज़ चिम्पांजी का नाम हुआ लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज

नई दिल्ली।

दिल्ली चिड़ियाघर प्रशासन जहां अपने वन्य जीवों के रखरखाव में कोई कोर कसर नहीं छोड़ता वहीं वन्य जीव भी चिड़ियाघर की ख्याति में चार चांद लगा रहे हैं. एशिया की सबसे बुजुर्ग मादा चिम्पांजी के चलते दिल्ली चिड़ियाघर इन दिनों चर्चा में है. 58 साल की यह मादा चिम्पांजी वर्ष 2006 से दिल्ली चिड़ियाघर की रौनक बढ़ा रही है और अब इसका नाम लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हो चुका है.
 
वहीं इसको लेकर चिड़ियाघर के अधिकारी ने बताया कि रीटा नाम की इस मादा चिम्पांजी का जन्म 15 दिसंबर 1960 को एम्स्टर्डम के चिड़ियाघर में हुआ था. लगभग 5 वर्ष की आयु में रीटा को दिल्ली चिड़ियाघर एनिमल एक्सचेंज प्रोग्राम में लाया गया था. उन्होंने बताया की वर्ष 1985 में रीटा को चत्तबीर चिड़ियाघर में भेज दिया गया था. वहीं प्रजनन के लिए लंदन के चिड़ियाघर से मैक्स नाम के नर चिम्पांजी को लाया गया था. जिसके सहयोग से रीटा चिम्पांजी ने चार शिशुओं को जन्म दिया था. लेकिन उसके कोई बच्चा ज़्यादा दिन जीवित नहीं रहे. इसके अलावा रीटा को वर्ष 2006 में दिल्ली चिड़ियाघर में वापस लाया गया था तबसे वह यहां को रौनक बढ़ा रही है.

वहीं चिड़ियाघर के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि उम्रदराज़ होने के कारण रीटा चिम्पांजी को डॉक्टरों निगरानी में रखा जाता है. और उसका समय समय रूटीन चेक अप किया जाता है. साथ ही उनके आहार पर भी विशेष ध्यान दिया जाता है. वहीं खाने में रीटा को मौसमी फल भरपूर मात्रा में दिए जाते हैं. इसके साथ ही सूखे मेवे और अन्य खाद्य सामग्री भी दी जाती है. 



ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.