नई दिल्ली/नोएडा: ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर पिछले 118 दिनों से धरने पर बैठे किसानों ने मंगलवार को प्राधिकरण का घेराव किया. इसमें बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल हुई. प्रदर्शन के दौरान किसानों और पुलिस के साथ धक्का-मुक्की भी हुई. किसानों ने प्राधिकरण पर वादा-खिलाफी का आरोप लगाते 10 प्रतिशत विकसित प्लॉट, शैक्षणिक संस्थानों में आरक्षण, निजी व सरकारी अस्पताल में छूट, पंचायत चुनाव बहाली की मांग कर रहे हैं.
पुलिस के साथ किसानों का झड़प: किसानों ने किसान संघर्ष समिति के बैनर तले 12 सितंबर को प्राधिकरण बंद करने का ऐलान पहले से कर दिया था. किसानों के प्रदर्शन को देखते भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया था. जब किसान ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण बंद करने पहुंचे तो किसानों और पुलिस के बीच झड़प भी हुई. इस दौरान प्रदर्शनकारी किसानों ने प्राधिकरण के दोनों गेट को बंद कर दिया. इस प्रदर्शन में महिलाओं की तादाद काफी संख्या में देखने को मिली. नारेबाजी करते हुए महिलाएं भी किसानों से कंधे से कंधा मिलाकर प्राधिकरण के दफ्तर पहुंची थी.
किसानों को विभिन्न संगठनों का मिला समर्थन: किसानों को विभिन्न संगठनों का समर्थन मिला है. राष्ट्रीय लोक दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी ने किसानों को समर्थन देने की घोषणा की. इसके अलावा किसानों का समर्थन कम्युनिस्ट पार्टी भी कर रही है. बता दें कि किसानों का प्रदर्शन अभी भी जारी है. किसान प्राधिकरण के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रहे हैं. उनका साफ कहना है कि जब तक उनकी मांगों को नहीं माना जाएगा, उनका धरना और प्रदर्शन लगातार चलता ही रहेगा.
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