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दिल्ली: पेइंग गेस्ट के हर कमरे का होगा रजिस्ट्रेशन, एमसीडी को देना होगा कॉमर्शियल टैक्स - स्टैंडिंग कमेटी के चेयरमैन ने नॉर्थ एमसीडी में रखा प्रस्ताव

नॉर्थ एमसीडी एरिया में आने वाले पेइंग गेस्ट को अब व्यावसयिक कर देना पड़ सकता है. इसके लिए सदन में स्टैंडिंग कमेटी के चेयरमैन ने प्रस्ताव रखा है.

नॉर्थ एमसीडी
नॉर्थ एमसीडी
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Published : Jan 29, 2021, 7:18 PM IST

नई दिल्ली: उत्तरी दिल्ली नगर निगम जल्द ही अपना रिवेन्यू बढ़ाने के लिए अपने क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले सभी गेस्ट हाउस से हर एक कमरे के मुताबिक ना सिर्फ रजिस्ट्रेशन फीस लेगी बल्कि अब हर एक पीजी मालिक को व्यवसायिक कर भी देना होगा.

नॉर्थ एमसीडी में पेइंग गेस्ट होम्स के लिए बनेगा कानून

पेइंग गेस्ट होम्स चलाने वालों को देना होगा व्यावसायिक टैक्स

दिल्ली के मुखर्जी नगर, विजय नगर, क्रिश्चियन कॉलोनी, राजेंद्रनगर और नॉर्थ एमसीडी के दूसरे इलाकों में पेइंग गेस्ट यानी कि पीजी चलाने वाले लोगों के लिए अब यह व्यवसाय उतना आसान नहीं रहेगा. ऐसा इसलिए भी है क्योंकि नॉर्थ एमसीडी के क्षेत्र में आने वाले पीजी होम में जितने भी कमरे होंगे उन सभी का रजिस्ट्रेशन कराना अब अनिवार्य होगा. इतना ही नहीं पीजी होम के प्रत्येक कमरे का आकार और साइज भी एमसीडी तय करेगी. इसके अलावा पेइंग गेस्ट होम को फायर एनओसी भी लेना अनिवार्य होगा. साथ ही साथ पीजी होम रजिस्ट्रेशन के लिए जल्द ही फीस भी एमसीडी तय करेगी.

पीजी चलाने के लिए एमसीडी के पास नहीं नियम

स्टैंडिंग कमेटी के चेयरमैन छैल बिहारी गोस्वामी ने बताया कि उत्तरी दिल्ली के तमाम इलाकों में पीजी होम चल रहे हैं. लेकिन इन्हें मॉनिटर करने के लिए एमसीडी के पास कोई पुख्ता नियम नहीं हैं. जिसको देखते हुए अब नॉर्थ एमसीडी पीजी होम को लेकर पुख्ता नियम बनाने जा रही है. पीजी होम चलाने वाले लोग सिर्फ एमसीडी को प्रॉपर्टी टैक्स का भुगतान करते हैं. जबकि संचालक रेजिडेंशियल फ्लैट्स का कमर्शियल इस्तेमाल कर रहे हैं. जिस प्लॉट पर पीजी बने हैं, उस प्लॉट के साइट के आधार पर कितने कमरे होने चाहिए उतने ही बने हैं उससे ज्यादा तो नहीं बने. इसकी भी जांच पड़ताल निगम करेगी.


ये भी पढ़ें- दिल्ली पुलिस की अपील, हिंसा से जुड़े वीडियो कराएं उपलब्ध



वर्तमान में आर्थिक बदहाली के दौर से गुजर रही नॉर्थ एमसीडी लगातार अपने राजस्व को बढ़ाने के लिए नए-नए रास्ते खोज रही है. इसी कड़ी में निगम ने अपने राजस्व को बढ़ाने के लिए अब अपने क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले पेइंग गेस्ट हाउस के रजिस्ट्रेशन के प्रस्ताव को बजट के अंदर रखा है. जिसके बाद अब पेइंग गेस्ट हाउस को भी नॉर्थ एमसीडी को कमर्शियल एक्टिविटी के चलते व्यवसायिक कर देना होगा. इसके लिए बाकायदा ब्लूप्रिंट निगम के अधिकारियों द्वारा तैयार किया जा रहा है और जल्दी पूरी योजना को जमीनी स्तर पर लागू किया जाएगा. जिसके लिए निगम बकायदा एक कैंपेन भी चलाएगी.

नई दिल्ली: उत्तरी दिल्ली नगर निगम जल्द ही अपना रिवेन्यू बढ़ाने के लिए अपने क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले सभी गेस्ट हाउस से हर एक कमरे के मुताबिक ना सिर्फ रजिस्ट्रेशन फीस लेगी बल्कि अब हर एक पीजी मालिक को व्यवसायिक कर भी देना होगा.

नॉर्थ एमसीडी में पेइंग गेस्ट होम्स के लिए बनेगा कानून

पेइंग गेस्ट होम्स चलाने वालों को देना होगा व्यावसायिक टैक्स

दिल्ली के मुखर्जी नगर, विजय नगर, क्रिश्चियन कॉलोनी, राजेंद्रनगर और नॉर्थ एमसीडी के दूसरे इलाकों में पेइंग गेस्ट यानी कि पीजी चलाने वाले लोगों के लिए अब यह व्यवसाय उतना आसान नहीं रहेगा. ऐसा इसलिए भी है क्योंकि नॉर्थ एमसीडी के क्षेत्र में आने वाले पीजी होम में जितने भी कमरे होंगे उन सभी का रजिस्ट्रेशन कराना अब अनिवार्य होगा. इतना ही नहीं पीजी होम के प्रत्येक कमरे का आकार और साइज भी एमसीडी तय करेगी. इसके अलावा पेइंग गेस्ट होम को फायर एनओसी भी लेना अनिवार्य होगा. साथ ही साथ पीजी होम रजिस्ट्रेशन के लिए जल्द ही फीस भी एमसीडी तय करेगी.

पीजी चलाने के लिए एमसीडी के पास नहीं नियम

स्टैंडिंग कमेटी के चेयरमैन छैल बिहारी गोस्वामी ने बताया कि उत्तरी दिल्ली के तमाम इलाकों में पीजी होम चल रहे हैं. लेकिन इन्हें मॉनिटर करने के लिए एमसीडी के पास कोई पुख्ता नियम नहीं हैं. जिसको देखते हुए अब नॉर्थ एमसीडी पीजी होम को लेकर पुख्ता नियम बनाने जा रही है. पीजी होम चलाने वाले लोग सिर्फ एमसीडी को प्रॉपर्टी टैक्स का भुगतान करते हैं. जबकि संचालक रेजिडेंशियल फ्लैट्स का कमर्शियल इस्तेमाल कर रहे हैं. जिस प्लॉट पर पीजी बने हैं, उस प्लॉट के साइट के आधार पर कितने कमरे होने चाहिए उतने ही बने हैं उससे ज्यादा तो नहीं बने. इसकी भी जांच पड़ताल निगम करेगी.


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वर्तमान में आर्थिक बदहाली के दौर से गुजर रही नॉर्थ एमसीडी लगातार अपने राजस्व को बढ़ाने के लिए नए-नए रास्ते खोज रही है. इसी कड़ी में निगम ने अपने राजस्व को बढ़ाने के लिए अब अपने क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले पेइंग गेस्ट हाउस के रजिस्ट्रेशन के प्रस्ताव को बजट के अंदर रखा है. जिसके बाद अब पेइंग गेस्ट हाउस को भी नॉर्थ एमसीडी को कमर्शियल एक्टिविटी के चलते व्यवसायिक कर देना होगा. इसके लिए बाकायदा ब्लूप्रिंट निगम के अधिकारियों द्वारा तैयार किया जा रहा है और जल्दी पूरी योजना को जमीनी स्तर पर लागू किया जाएगा. जिसके लिए निगम बकायदा एक कैंपेन भी चलाएगी.

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