नई दिल्ली : दिल्ली के दिल कनॉट प्लेस में आयोजित एक शाम शहीदों के नाम कार्यक्रम आयोजित किया गया. इसमें शहीद-ए-आजम भगत सिंह के बलिदान दिवस को याद करते हुए, दिल्ली सरकार के साहित्य कला परिषद की कल्चर सोसायटी के कलाकारों की ओर से भगत सिंह के जीवन पर आधारित संगीत नाटक की प्रस्तुति दी गई. इसके साथ ही कई देशभक्ति कार्यक्रमों की भी प्रस्तुति दी गई.
बता दें प्रो चमनलाल ने भगत सिंह पर 60 से ज्यादा किताबें लिखी हैं और उनका अनुवाद भी किया है. वहीं दिल्ली अभिलेखागार में भगत सिंह पर 300 किताबें मौजूद हैं. जिसमें उनके जीवन भर का संघर्ष और उनके विचारों की गाथा है.
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प्रो चमनलाल भगत सिंह पर सबसे ज्यादा रिसर्च करने वाले व्यक्ति हैं. वह जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी में सेंट्रल ऑफ इंडियन लैंग्वेजेस के चेयरपर्सन रह चुके हैं. इसके साथ ही पंजाब यूनिवर्सिटी, चंडीगढ़ में एक डीन के तौर पर भी कार्य कर चुके हैं.
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उन्होंने कहा कि उन्होंने भगत सिंह पर चार खंड लिखे हैं. पहला खंड भगत सिंह के पत्रकार, तार, पर्चे, और अदालती बयान. दूसरा खंड भगत सिंह के लेख, तीसरा खंड क्रांतिकारियों के रेखाचित्र और चौथा खंड जेल नोटबुक और डॉन ब्रीन की आत्मकथा का अनुवाद.
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इन चारों खंडों में भगत सिंह के पूरे जीवन को बताया गया है. यह चारों खंड की किताबें आज दिल्ली वालों को भी बांटी जा रही है.जिससे कि लोग भगत सिंह के विचारों को जान सके, समझ सके.