इस पाठ्यक्रम को लेकर सोशल मीडिया के जरिए लोगों के साथ चर्चा की गई. इस चर्चा में शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया के साथ राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित दिल्ली के सरकारी स्कूल की शिक्षिका मनु गुलाटी और अमेरिका में फुलब्राइट स्कॉलरशिप पाने वाले शिक्षक मुरारी झा ने लोगों के सवालों के जवाब दिए.
एंटरप्रेन्योरशिप माइंडसेट करिकुलम
दिल्ली सरकार द्वारा सरकारी स्कूलों में एंटरप्रेन्योरशिप माइंडसेट करिकुलम की शुरुआत होने जा रही है. इसको लेकर शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने प्रतिष्ठित शिक्षकों के साथ ट्विटर पर विस्तार से चर्चा की. बता दें कि ट्विटर पर एंटरप्रेन्योरशिप माइंडसेट करिकुलम को लेकर लोगों ने अपने सवाल #AskEduMinMSisodia पर भेजे थे.
जिसका जवाब उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने शिक्षिका मनु गुलाटी और शिक्षक मुरारी झा के साथ दिया.
उद्देश्य छात्र का बेहतर भविष्य बनाना
सोशल मीडिया पर इस वरशिप माइंडसेट करिकुलम की बारीकियों के बारे में बताते हुए शिक्षा मंत्री ने कहा कि शिक्षा का उद्देश्य कहीं ना कहीं छात्र के बेहतर भविष्य को बनाना होता है. यही कारण है कि 12वीं कक्षा पास करते करते बच्चा यही सोच रखता है कि वो किसी अच्छी कंपनी में नौकरी कर सके.
सिसोदिया ने कहा कि हर वर्ष लाखों छात्र अपनी स्कूली शिक्षा पूरी करके नौकरी तलाशने निकलते हैं ऐसे में सबको नौकरी मुहैया कराना बहुत मुश्किल होता है. इसके लिए जरूरी है कि नौकरियां बढ़ाई जाए.
दूसरों को नौकरी पर रख सकें युवा
उन्होंने कहा कि एंटरप्रेन्योरशिप माइंडसेट करिकुलम के जरिए छात्रों में ये सोच विकसित की जाएगी कि वो दूसरों के यहां नौकरी करने के बजाय खुद दूसरों को नौकरी पर रख सकें. साथ ही इस कार्यक्रम के जरिए उन्हें इतना सक्षम बनाया जाएगा कि वो अपने साथ-साथ दूसरों के रोजगार की भी व्यवस्था कर सके.
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जीवन में आए कई सकारात्मक बदलाव
वहीं शिक्षक मुरारी झा ने कहा कि हैप्पीनेस करिकुलम छठी से आठवीं तक के छात्रों के लिए चलाया गया था जिसकी वजह से की वजह से बच्चों के जीवन में कई सकारात्मक बदलाव आए हैं. ऐसे में शिक्षक और छात्र दोनों ही चाहते थे कि 9वीं से 12वीं तक के छात्रों के लिए भी इसी तरह का कोई पाठ्यक्रम शुरू किया जाए.
ऐसे में एंटरप्रेन्योरशिप माइंडसेट करिकुलम छात्रों की सोच को विकसित करेगा और उसे एक नई दिशा देगा जिससे बच्चे नौकरी देने और नौकरी लेने दोनों के लिए तैयार रहेंगे.
बच्चों का कन्फ्यूजन किया जाएगा दूर
वहीं शिक्षिका मनु गुलाटी ने उन विभिन्न कारणों के बारे में बताया जो बच्चों में एंटरप्रेन्योर माइंडसेट को विकसित नहीं होने देते साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि एंटरप्रेन्योरशिप करिकुलम में इस तरह के कारणों से छुटकारा पाने के क्या उपाय दिए गए हैं.
दिल्ली के शिक्षा पद्धति को एक नई पहचान
वहीं इस पाठ्यक्रम को लेकर मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने उम्मीद जताई है कि हैप्पीनेस पाठ्यक्रम की तरह एंटरप्रेन्योरशिप माइंडसेट पाठ्यक्रम भी केवल भारत में ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में दिल्ली के शिक्षा पद्धति को एक नई पहचान दिलाएगा.
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