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महामारी में व्यापारियों पर दोहरी मार है निगम का संशोधित टैक्स कलेक्शन: दुर्गेश पाठक

निगम द्वारा विभिन्न मद में व्यापारियों पर लगाए गए टैक्स का हवाला देते हुए दुर्गेश पाठक ने कहा कि कोरोना महामारी के इस समय में यह मानवीय रूप से भी गलत है. उन्होंने निगम से इसपर रोक लगाने की मांग की.

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दुर्गेश पाठक
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Published : May 20, 2021, 9:34 PM IST

नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी के एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक ने गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की. दुर्गेश पाठक ने कहा कि कोरोना से बड़े पैमाने पर जनहानि हुई है. इसकी बड़ी मार छोटे व्यपारियों पर पड़ी है. लोग आर्थिक रूप से पूरी तरह से टूट गए हैं. दुर्गेश ने कहा कि कुछ दिन पहले हमने मुद्दा उठाया था कि भाजपा की एमसीडी ने दिल्ली के निवासियों पर 13 तरह के नए टैक्स लगाए हैं और उसमें सबसे ज्यादा मार छोटे और मझोले व्यापारियों पर पड़ी है.

दुर्गेश पाठक ने एमसीडी पर साधा निशाना

'पहले की तुलना में कई गुना ज्यादा वसूली'

इससे जुड़े आंकड़े बताते हुए दुर्गेश पाठक ने कहा कि दिल्ली में पहले छोटे व्यापारियों को ट्रेड लाइसेंस बनाने के लिए 500 से 1000 रुपये देने पड़ते थे, लेकिन आज 6000 से 15000 तक देने पड़ रहे हैं. साथ ही उनसे 2 फीसदी ट्रांजैक्शन चार्ज भी लिया जा रहा है. पहले जो फैक्ट्री लाइसेंस 5000 से 15000 रुपये में बन जाते थे, आज उसे बनाने और रिन्यू करने के लिए 50 हजार से लगभग 1.5 लाख तक लिए जा रहे हैं. इसी तरह, कूड़ा उठाने के लिए छोटी दुकानों से 6000 और बड़ी दुकानों से 50 हजार प्रति वर्ष वसूला जा रहा है.

'मानवीय रूप से भी गलत हैं ये टैक्स'

दुर्गेश पाठक ने कहा कि दुकानों के ऊपर लगे साइन बोर्ड में अगर एक इंच का अंतर भी आ जाए, तो उसके लिए भी एफआईआर कर दिया जा रहा है और मनमाने रूप से उसपर पेनल्टी ली जा रही है. उन्होंने कहा कि पिछले एक साल से व्यापार पूरी तरीके से शून्य हो चुका है और ऐसी स्थिति में ट्रेड लाइसेंस का इतना रुपया लेना, फैक्ट्री लाइसेंस का इतना रुपया लेना, कूड़ा उठाने के लिए इतना रुपया लेना और साइन बोर्ड पर इतनी बड़ी-बड़ी पेनल्टी करना मानवीय रूप से भी गलत है.

यह भी पढ़ेंः-MCD के अस्पताल ने बिना आदेश बंद किया कोरोना इलाज, AAP ने उठाया सवाल

'दिल्ली को बर्बाद करने में लगी है भाजपा'

दुर्गेश पाठक ने कहा कि कल मेरे पास कई व्यापारियों के फोन आए, कई मुझसे मिलने भी आए. कमलानगर मार्केट के व्यापारी, साउथ दिल्ली मार्केट के व्यापारी और विशेषकर नॉर्थ के लोग ज्यादा परेशान हैं. उनका कहना था कि अगर इसमें कुछ रियायत नहीं मिली, तो दिल्ली का छोटा व्यापारी और मझोला व्यापारी पूरी तरह से तबाह हो जाएगा. दुर्गेश ने कहा कि आज एक तरफ देश में मांग उठ रही है कि टैक्स कम किया जाए, ईज ऑफ बिजनेस किया जाए, दूसरी तरफ निगम के नेता दिल्ली को बर्बाद करने में लगे हुए हैं.

'हमें जिताएं, हम बेहतर करेंगे हालात'

भाजपा को निशाने पर लेते हुए दुर्गेश पाठक ने कहा कि भाजपा के नेता दिल्ली के लोगों से एक युद्ध लड़ रहे हैं. दुर्गेश पाठक ने कहा कि मैं भाजपा के नेताओं से मांग करता हूं कि इस महामारी में व्यापारियों का खून चूसना बंद कीजिए. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि मुझे उम्मीद नहीं है कि भाजपा थोड़ा सा भी मानवीय पहलू दिखाएगी. इसलिए मैं व्यापारियों से कहना चाहता हूं कि 7 से 8 महीनों की और देरी है. इसबार एमसीडी के चुनाव में आप सब आम आदमी पार्टी को जिताएं. हम आपको एक बेहतर माहौल देंगे और आज जो एमसीडी ने हालात किए हैं, उस हालात को बेहतर करेंगे.

नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी के एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक ने गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की. दुर्गेश पाठक ने कहा कि कोरोना से बड़े पैमाने पर जनहानि हुई है. इसकी बड़ी मार छोटे व्यपारियों पर पड़ी है. लोग आर्थिक रूप से पूरी तरह से टूट गए हैं. दुर्गेश ने कहा कि कुछ दिन पहले हमने मुद्दा उठाया था कि भाजपा की एमसीडी ने दिल्ली के निवासियों पर 13 तरह के नए टैक्स लगाए हैं और उसमें सबसे ज्यादा मार छोटे और मझोले व्यापारियों पर पड़ी है.

दुर्गेश पाठक ने एमसीडी पर साधा निशाना

'पहले की तुलना में कई गुना ज्यादा वसूली'

इससे जुड़े आंकड़े बताते हुए दुर्गेश पाठक ने कहा कि दिल्ली में पहले छोटे व्यापारियों को ट्रेड लाइसेंस बनाने के लिए 500 से 1000 रुपये देने पड़ते थे, लेकिन आज 6000 से 15000 तक देने पड़ रहे हैं. साथ ही उनसे 2 फीसदी ट्रांजैक्शन चार्ज भी लिया जा रहा है. पहले जो फैक्ट्री लाइसेंस 5000 से 15000 रुपये में बन जाते थे, आज उसे बनाने और रिन्यू करने के लिए 50 हजार से लगभग 1.5 लाख तक लिए जा रहे हैं. इसी तरह, कूड़ा उठाने के लिए छोटी दुकानों से 6000 और बड़ी दुकानों से 50 हजार प्रति वर्ष वसूला जा रहा है.

'मानवीय रूप से भी गलत हैं ये टैक्स'

दुर्गेश पाठक ने कहा कि दुकानों के ऊपर लगे साइन बोर्ड में अगर एक इंच का अंतर भी आ जाए, तो उसके लिए भी एफआईआर कर दिया जा रहा है और मनमाने रूप से उसपर पेनल्टी ली जा रही है. उन्होंने कहा कि पिछले एक साल से व्यापार पूरी तरीके से शून्य हो चुका है और ऐसी स्थिति में ट्रेड लाइसेंस का इतना रुपया लेना, फैक्ट्री लाइसेंस का इतना रुपया लेना, कूड़ा उठाने के लिए इतना रुपया लेना और साइन बोर्ड पर इतनी बड़ी-बड़ी पेनल्टी करना मानवीय रूप से भी गलत है.

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'दिल्ली को बर्बाद करने में लगी है भाजपा'

दुर्गेश पाठक ने कहा कि कल मेरे पास कई व्यापारियों के फोन आए, कई मुझसे मिलने भी आए. कमलानगर मार्केट के व्यापारी, साउथ दिल्ली मार्केट के व्यापारी और विशेषकर नॉर्थ के लोग ज्यादा परेशान हैं. उनका कहना था कि अगर इसमें कुछ रियायत नहीं मिली, तो दिल्ली का छोटा व्यापारी और मझोला व्यापारी पूरी तरह से तबाह हो जाएगा. दुर्गेश ने कहा कि आज एक तरफ देश में मांग उठ रही है कि टैक्स कम किया जाए, ईज ऑफ बिजनेस किया जाए, दूसरी तरफ निगम के नेता दिल्ली को बर्बाद करने में लगे हुए हैं.

'हमें जिताएं, हम बेहतर करेंगे हालात'

भाजपा को निशाने पर लेते हुए दुर्गेश पाठक ने कहा कि भाजपा के नेता दिल्ली के लोगों से एक युद्ध लड़ रहे हैं. दुर्गेश पाठक ने कहा कि मैं भाजपा के नेताओं से मांग करता हूं कि इस महामारी में व्यापारियों का खून चूसना बंद कीजिए. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि मुझे उम्मीद नहीं है कि भाजपा थोड़ा सा भी मानवीय पहलू दिखाएगी. इसलिए मैं व्यापारियों से कहना चाहता हूं कि 7 से 8 महीनों की और देरी है. इसबार एमसीडी के चुनाव में आप सब आम आदमी पार्टी को जिताएं. हम आपको एक बेहतर माहौल देंगे और आज जो एमसीडी ने हालात किए हैं, उस हालात को बेहतर करेंगे.

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