नई दिल्ली: सिखों को लेकर किए गए ट्वीट के चलते मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव दिग्विजय सिंह की मुश्किल बढ़ सकती हैं. दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (DSGMC) ने उनपर सिखों की धार्मिक भावनाएं आहत करने का आरोप लगाया है.
इसको लेकर बाकायदा पुलिस में शिकायत दर्ज की गई है. पूरा मामला नांदेड से पंजाब लौटे कुछ सिख श्रद्धालुओं के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद से शुरू हुआ था. कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने इस मामले को लेकर ट्वीट किया.
दिग्विजय ने अपने ट्वीट में पंजाब में श्रद्धालुओं से कोरोना बढ़ने पर सवाल किया था कि क्या इसकी तब्लीगी मरकज से कोई तुलना है? गौरतलब है कि दिग्विजय सिंह ने नांदेड़ से लौटे सिख श्रद्धालुओं की तुलना दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज की तबलीगी जमात से की थी.
महाराष्ट्र के नांदेड़ स्थित गुरुद्वारा हुजूर साहिब में लॉकडाउन के कारण फंसे सिख श्रद्धालुओं का जत्था पंजाब लौटा था. पंजाब लौटे श्रद्धालुओं में से अब तक 790 से अधिक लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं, जबकि पंजाब में कोरोना के कुल मरीजों की तादाद लगभग 1300 पहुंच चुकी है.
DSGMC ने जताया ऐतराज
दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा ने दिग्विजय सिंह के बयान पर कड़ा एतराज जताया था. इसी दिशा में आगे बढ़ते हुए आज दिल्ली पुलिस को एक लिखित शिकायत दी गई है, जिसमे कांग्रेसी नेता पर सिखों की धार्मिक भावनाएं आहत करने के चलते कार्रवाई की मांग की है.
'मानवजाति की सेवा के लिए जाने जाते सिख'
इससे पहले सिरसा ने कहा था कि कांग्रेस जानबूझकर सिखों पर कोरोना संक्रमण फैलाने का आरोप लगा रही है, जबकि इसमे सच्चाई नहीं है. उन्होंने इसके पीछे पूरी कांग्रेस पार्टी की नीयत में खोट बताया था.
अपनी शिकायत में सिरसा ने लिखा है कि सिख हमेशा से मानवजाति की सेवा के लिए जाने जाते रहे हैं. उन्होंने कहा सिखों के सेवा भाव को दरकिनार कर एक विशेष समूह के लोगों से उनकी तुलना करना गलत है. दिल्ली पुलिस से उन्होंने दिग्विजय सिंह पर कार्रवाई की मांग की है.
दिग्विजय की ट्विटर पर आलोचना
ट्विटर पर दिग्विजय सिंह की काफी आलोचना हो रही है. किसी ने उनकी तुलना मौलाना साद से कर डाली तो किसी ने उन्हें दाऊद इब्राहिम का मुंह बोला भाई बना डाला सिखों की तब्लीगियों से तुलना को असंभव बताते हुए कई लोगों ने कहा कि सिख श्रद्धालु चिकित्सकीय जांच से छिपे नहीं और न ही उन्होंने किसी पर हमला करने की कोशिश की.