नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए दिल्ली के अधिकारियों के साथ बैठक की. बैठक में दिल्ली के उपराज्यपाल के साथ जिलों के डीएम भी शामिल हुए. इस दौरान दिल्ली में बनाए गए हॉट स्पॉट जोन को लेकर चर्चा हुई. साथ ही कोरोना संक्रमित मरीजों के जांच के नतीजे देर से समेत कई अहम मुद्दों पर चर्चा की गई.
सील इलाके का दायरा बड़ा होने से भी बढ़ा मामला
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए चर्चा में कारण जानना चाहा तो जानकारी चौकाने वाली सामने आई. उपराज्यपाल अनिल बैजल ने हॉट स्पॉट जोन चिन्हित इलाके को घेरने के लिए जिस तरह काफी बड़े इलाके को सील किया गया, इसे गलत निर्णय बताया. इसके अलावा कोरोना संक्रमित लोगों की जांच के नतीजे 15 दिन बाद भी नहीं आ रहे, अधिकारियों ने इसे भी बड़ा कारण बताया. उन्होंने कहा कि नतीजे आने में देरी हो रही है इससे मामला बढ़ रहा है. कोरोना के मामले सामने आने के बाद जिस इलाके को हॉट स्पॉट जोन बनाया गया उसका दायरा काफी बड़ा ले लिया गया यह गलत था. इससे संक्रमण और बढ़ा. जबकि छोटे एरिया को अगर हम सील करते तो संक्रमण को इतने तक ही ही फैलने से रोका जा सकता था.
मंत्री से की गुजारिश
अधिकारियों ने टेस्ट के नतीजे जल्दी आये ये केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से गुजारिश की. जिस पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि पहले टेस्ट के नतीजे आने के लिए जो रफ्तार थी. उसमें इजाफा हुआ है. अब देश में 300 से अधिक लैब में कोरोना के मामले की जांच हो रही है. आने वाले दिनों में कोशिश की जा रही है कि प्रतिदिन तकरीबन एक लाख जांच के नतीजे सामने आए और जब मामले सामने आएंगे. उसी हिसाब से उसे खत्म करने का भी प्लान तैयार किया जाएगा.
उत्तरी दिल्ली में सबसे अधिक मामले आने पर भी चर्चा
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में चर्चा के दौरान दिल्ली के नॉर्थ जिले में जिस तरह अचानक सैकड़ों मामले सामने आए. इस पर भी चर्चा की गई. जहांगीरपुरी से पूरे उत्तरी दिल्ली में कोरोना फैला. इसके पीछे भी हॉटस्पॉट जोन बनाने में जो बड़ा एरिया चुना गया. ये एक प्रमुख कारण था. जिसका जिक्र नॉर्थ डिस्ट्रिक्ट के डीएम ने भी किया. साथ ही अब जिस तरह नॉन कोविड अस्पतालों में भी डॉक्टर नर्स और अन्य कर्मचारी संक्रमित हुए हैं. इस पर चिंता व्यक्त की गई.
एम्स को दिल्ली के अस्पतालों में सहयोग की जिम्मेदारी
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने एम्स के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया से भी बातचीत की. उन्हें निर्देश दिया कि वे अपनी अध्यक्षता में एक कमेटी बनाएं और दिल्ली के सभी तमाम अस्पतालों में जहां कोरोना का इलाज चल रहा है. वहां व्यवस्था बेहतर बनाने में सहयोग करें. बता दें को दिल्ली में कोरोना के कुल मरीजों की संख्या 3108 को पार कर चुका है. पिछले चौबीस घंटों में 190 नए मामले सामने आए. पिछले चौबीस घंटों में कोरोना से एक भी मरीज ठीक नहीं हुए हैं.