नई दिल्ली: उत्तराखंड हादसे के कारण राजधानी दिल्ली के कई इलाकों में पानी की आपूर्ति बाधित हो सकती है. उत्तराखंड हादसे के बाद गंगा नहर से दिल्ली आ रहे कच्चे पानी में गंदगी की मात्रा आठ हजार नेफेलोमेट्रिक टर्बिडिटी यूनिट्स (NTU) बढ़ गई है. जिसके परिणाम स्वरूप दिल्ली जल बोर्ड के सोनिया विहार और भागीरथी जल उपचार संयंत्र वर्तमान में कम क्षमता पर काम कर रहे हैं.
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Water supply is parts of South, East and North East Delhi is likely to be affected. We urge citizens to use water judiciously. Water tankers etc. in adequate numbers are being deployed and all possible efforts being made to reduce turbidity. (2/3)
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— Raghav Chadha (@raghav_chadha) February 14, 2021
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क्या होता है टर्बिडिटी?
टर्बिडिटी एक तरल की सापेक्ष स्पष्टता का माप है. टर्बिडिटी को नेफेलोमेट्रिक टर्बिडिटी यूनिट्स (NTU) में मापा जाता है. मलबे, गाद, कीचड़, शैवाल, पौधों के टुकड़े, पिघलने वाले ग्लेशियर, चूरा, लकड़ी की राख या पानी में रसायनों के कारण यह स्थिति उत्पन्न हो सकती है.