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उत्तराखंड त्रासदी: दिल्ली के कई इलाकों में बाधित हो सकती है पानी की सप्लाई

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Published : Feb 14, 2021, 1:07 PM IST

उत्तराखंड हादसे के बाद गंगा नहर से दिल्ली आ रहे कच्चे पानी में गंदगी की मात्रा आठ हजार नेफेलोमेट्रिक टर्बिडिटी यूनिट्स (NTU) बढ़ गई है. जिसके परिणाम स्वरूप दिल्ली जल बोर्ड के सोनिया विहार और भागीरथी जल उपचार संयंत्र वर्तमान में कम क्षमता पर काम कर रहे हैं.

Supply may be disrupted in many areas
कई इलाकों में बाधित हो सकती है आपूर्ति

नई दिल्ली: उत्तराखंड हादसे के कारण राजधानी दिल्ली के कई इलाकों में पानी की आपूर्ति बाधित हो सकती है. उत्तराखंड हादसे के बाद गंगा नहर से दिल्ली आ रहे कच्चे पानी में गंदगी की मात्रा आठ हजार नेफेलोमेट्रिक टर्बिडिटी यूनिट्स (NTU) बढ़ गई है. जिसके परिणाम स्वरूप दिल्ली जल बोर्ड के सोनिया विहार और भागीरथी जल उपचार संयंत्र वर्तमान में कम क्षमता पर काम कर रहे हैं.

  • Water supply is parts of South, East and North East Delhi is likely to be affected. We urge citizens to use water judiciously. Water tankers etc. in adequate numbers are being deployed and all possible efforts being made to reduce turbidity. (2/3)

    — Raghav Chadha (@raghav_chadha) February 14, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">
इन इलाकों में बाधित हो सकती है आपूर्तिदिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष राघव चड्ढा ने ट्वीट कर इस संबंध में जानकारी दी है. उन्होंने बताया है कि पानी में गंदगी की मात्रा बढ़ जाने के कारण दक्षिण, पूर्व और उत्तर पूर्व दिल्ली के कुछ हिस्सों में पानी के आपूर्ति के बाधित होने की संभावना है. हम नागरिकों से पानी का उपयोग विवेकपूर्ण तरीके से करने का आग्रह करते हैं. पर्याप्त संख्या में पानी के टैंकर आदि तैनात किए जा रहे हैं और मैलापन कम करने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं.

ये भी पढ़ें- केजरीवाल सरकार 3.0 का एक साल: क्या है पश्चिमी दिल्ली के लोगों की राय?

क्या होता है टर्बिडिटी?
टर्बिडिटी एक तरल की सापेक्ष स्पष्टता का माप है. टर्बिडिटी को नेफेलोमेट्रिक टर्बिडिटी यूनिट्स (NTU) में मापा जाता है. मलबे, गाद, कीचड़, शैवाल, पौधों के टुकड़े, पिघलने वाले ग्लेशियर, चूरा, लकड़ी की राख या पानी में रसायनों के कारण यह स्थिति उत्पन्न हो सकती है.

नई दिल्ली: उत्तराखंड हादसे के कारण राजधानी दिल्ली के कई इलाकों में पानी की आपूर्ति बाधित हो सकती है. उत्तराखंड हादसे के बाद गंगा नहर से दिल्ली आ रहे कच्चे पानी में गंदगी की मात्रा आठ हजार नेफेलोमेट्रिक टर्बिडिटी यूनिट्स (NTU) बढ़ गई है. जिसके परिणाम स्वरूप दिल्ली जल बोर्ड के सोनिया विहार और भागीरथी जल उपचार संयंत्र वर्तमान में कम क्षमता पर काम कर रहे हैं.

  • Water supply is parts of South, East and North East Delhi is likely to be affected. We urge citizens to use water judiciously. Water tankers etc. in adequate numbers are being deployed and all possible efforts being made to reduce turbidity. (2/3)

    — Raghav Chadha (@raghav_chadha) February 14, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">
इन इलाकों में बाधित हो सकती है आपूर्तिदिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष राघव चड्ढा ने ट्वीट कर इस संबंध में जानकारी दी है. उन्होंने बताया है कि पानी में गंदगी की मात्रा बढ़ जाने के कारण दक्षिण, पूर्व और उत्तर पूर्व दिल्ली के कुछ हिस्सों में पानी के आपूर्ति के बाधित होने की संभावना है. हम नागरिकों से पानी का उपयोग विवेकपूर्ण तरीके से करने का आग्रह करते हैं. पर्याप्त संख्या में पानी के टैंकर आदि तैनात किए जा रहे हैं और मैलापन कम करने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं.

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क्या होता है टर्बिडिटी?
टर्बिडिटी एक तरल की सापेक्ष स्पष्टता का माप है. टर्बिडिटी को नेफेलोमेट्रिक टर्बिडिटी यूनिट्स (NTU) में मापा जाता है. मलबे, गाद, कीचड़, शैवाल, पौधों के टुकड़े, पिघलने वाले ग्लेशियर, चूरा, लकड़ी की राख या पानी में रसायनों के कारण यह स्थिति उत्पन्न हो सकती है.

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