नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी के बागी विधायक अनिल वाजपेयी और देवेंद्र सहरावत ने विधानसभा की सदस्यता रद्द करने संबंधी नोटिस का जवाब विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल को दे दिया है. उन्होंने जवाब में विधानसभा अध्यक्ष की मंशा पर सवाल खड़े किए हैं.
आम आदमी पार्टी के विधायक अनिल वाजपेयी और देवेंद्र सहरावत की सदस्यता के मामले में गुरुवार यानी आज भी सुनवाई होगी.
विधानसभा अध्यक्ष द्वारा सदस्यता खत्म करने को लेकर भेजे गए, नोटिस के जवाब में अनिल वाजपेयी और विधायक देवेंद्र सहरावत ने मांग की है कि उनका केस दिल्ली से बाहर किसी अन्य विधानसभा में स्थानांतरित किया जाए.
AAP ने लगाई थी याचिका
उन्होंने आरोप लगाया कि विधानसभा अध्यक्ष का झुकाव आम आदमी पार्टी की ओर है. इसीलिए उनके मामले की सुनवाई ऐसी जगह की जाए जहां न्याय की उम्मीद हो.
आम आदमी पार्टी के इन बागी विधायकों के खिलाफ 'आप' प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने अपनी पार्टी की ओर से विधानसभा में सदस्यता रद्द करने की याचिका लगाई थी.
देवेंद्र सहरावत पार्टी से हैं निलंबित
अनिल वाजपेयी ने अपने जवाब में विधानसभा अध्यक्ष से कहा है कि उनके बारे में अभी यह तय नहीं है कि वह विधायक हैं भी या नहीं?
ऐसे में उन पर कार्रवाई नहीं होनी चाहिए. वहीं 'आप' विधायक देवेंद्र सहरावत ने कहा है कि वह 2 साल से पार्टी से निलंबित हैं. ऐसे में उन पर भी कार्रवाई नहीं बनती है.
बीजेपी को समर्थन करने का आरोप
आम आदमी पार्टी की ओर से अपने इन विधायकों के खिलाफ लगाई गई याचिका में इन दोनों पर लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा में शामिल होने का आरोप लगाया है.
अपने जवाब में देवेंद्र सहरावत और अनिल वाजपेयी ने पिछले सोमवार को कहा था कि सौरभ भारद्वाज की याचिका के साथ संलग्न समाचार पत्र की कतरन स्पष्ट नहीं है.
सदस्यता रद्द करने के लिए भेजा नोटिस
बता दें कि लोकसभा चुनाव से ठीक पहले आम आदमी पार्टी के विधायक अनिल वाजपेयी और देवेंद्र सहरावत ने भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली थी.
तब आम आदमी पार्टी या दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की गई. चुनाव प्रक्रिया संपन्न होने के बाद अब आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज की याचिका पर कार्रवाई करते हुए दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष ने इन दोनों विधायकों की सदस्यता रद्द करने के लिए नोटिस भेजा है.