नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली में लगातार बढ़ता डेंगू का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. बीते हफ्ते दिल्ली के अंदर डेंगू के कुल 283 नए मामले आए हैं. जिसके बाद दिल्ली में डेंगू का आंकड़ा एक हजार को पार कर गया है.
दिल्ली में अब तक डेंगू के कुल एक हजार छह मामले सामने आ चुके हैं, जिसमें से हैरान कर देने वाली बात तो यह है कि अभी तक 597 मामले यानी कि लगभग 60% मामलों को ट्रेस नहीं किया जा सका है. वहीं मलेरिया और चिकनगुनिया के मामले भी धीरे-धीरे राजधानी दिल्ली में पैर पसार रहे हैं.
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बीते हफ्ते नए मामले सामने आने के बाद राजधानी में मलेरिया का आंकड़ा बढ़कर 154 और चिकनगुनिया के 73 मामले पहुंच गए हैं. बता दें कि राजधानी दिल्ली में जिस तरह से डेंगू के मामले बढ़ रहे हैं उससे हालात चिंताजनक बने हुए हैं.
इस बीच आज दिल्ली बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष और तीनों मेयर ने एक साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दिल्ली में डेंगू के मामलों के लिए दिल्ली सरकार को ना सिर्फ जिम्मेदार ठहराया बल्कि यह भी कहा कि नगर निगम अपने स्तर पर कम संसाधन होने के बावजूद जिम्मेदारी निभा रही हैं. 10 नवंबर तक MCD मच्छर जनित बीमारियों को रोकने के लिए सघन अभियान के तहत फोगिंग और दवाइयों का छिड़काव करेगी.
दिल्ली में डेंगू के मामले बढ़ने का कोई जिम्मेदार है तो वह दिल्ली सरकार है. जिसने ना तो अपनी जिम्मेदारी को सही तरीके से निभाया और ना ही निगमों को फंड जारी किया. दिल्ली सरकार के विज्ञापन के माध्यम से अपना चेहरा चमकाने में लगी हुई है.
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डेंगू के मामले पिछले वर्ष की तुलना में अभी तक ज्यादा हो चुके हैं. इस साल एक महिला की मृत्यु भी हो चुकी है. हर हफ्ते डेंगू के रिकॉर्ड मामले सामने आ रहे हैं. हालांकि हैरान करने वाली बात यह है कि मच्छर जनित बीमारियों की नोडल एजेंसी MCD अभी तक डेंगू के 597 मामलों को ट्रेस नहीं कर पाई है. अक्टूबर महीने में अब तक दिल्ली के अंदर 665 डेंगू के मामले सामने आ चुके हैं, जबकि पिछले वर्ष में 346 मामले ही सामने आए थे. वहीं साल 2020 दिल्ली में महज 1072 मामले सामने आए थे, जबकि इस साल अभी डेंगू के मामलों की संख्या 1006 हो गई है जो आने वाले दिनों में और ज्यादा बढ़ सकती है.
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दिल्ली सरकार सिर्फ विज्ञापन के माध्यम से अपना चेहरा चमकाने में लगी हुई है. उसे दिल्ली की जनता की कोई चिंता नहीं है. दिल्ली की तीनों नगर निगम में शासित बीजेपी की सरकार 10 नवंबर तक विशेष रूप से मच्छर जनित बीमारियों के संक्रमण को रोकने के लिए अभियान चलाएगी जिसके तहत फोगिंग और दवाइयों के छिड़काव की पूरी प्रक्रिया को और तेज किया जाएगा.
प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिल्ली नगर निगम के तीनों मेयरों ने एक-एक करके अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि निगम अपनी जिम्मेदारी अच्छे से निभा रही हैं, जबकि दूसरी तरफ दिल्ली सरकार जनता के गाढ़े खून पसीने की कमाई को विज्ञापन में बहा रही है. यदि विज्ञापन में बहाए जा रहे करोड़ों रुपए को नगर निगम को दिया जाता और निगमों के फंडो को नहीं रोका जाता तो नगर निगम ना सिर्फ मैन पावर बढ़ाकर बल्कि नए उपकरण खरीद कर राजधानी दिल्ली में मच्छर जनित बीमारियां विशेष तौर पर डेंगू को फैलने से रोकने को लेकर गंभीर तरीके से अभियान चला सकती थी. मच्छर जनित बीमारियों पर लगाम लगाने के मद्देनजर निगम के अस्पताल पूरी तरह से तैयार है और निगम के पास दवाइयों की भी किसी भी तरह की कोई कमी नहीं है.