नई दिल्ली: केंद्र सरकार के अधीन आने वाले कर्मचारी पुरानी पेंशन स्कीम की मांग को लेकर लंबे समय से धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. इसी कड़ी में बीते दो दिनों से रेलवे के कर्मचारियों और शिक्षकों द्वारा दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन किया जा रहा है. इनके प्रदर्शन का आखिरी और तीसरा दिन है. 8 जनवरी को यह धरने पर बैठे थे. कर्मचारियों ने आज केंद्र सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि उनकी मांगे अगर नहीं मानी गई तो आने वाले लोकसभा चुनाव में मोदी सरकार को वोट की चोट करेंगे.
रेलवे कर्मचारी नितिन त्यागी ने बताया कि एक जनवरी 2004 के बाद से जो भी भर्ती हुई है, उन्हें न्यू पेंशन स्कीम के तहत रखा गया है. इसका हम लोग विराध कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि वह गारंटेड पेंशन स्कीम की मांग कर रहे हैं, जो पहले थी. इस मांग को लेकर तमाम रेलवे स्टेशनों व अन्य स्थानों पर केंद्र सरकार के अधीन आने वाले कर्मचारी प्रदर्शन कर रहे हैं. आठ जनवरी को शुरू हुआ यह प्रदर्शन 11 जनवरी तक चलेगा. उन्होंने बताया कि ओल्ड पेंशन स्कीम की मांग को लेकर लोगों ने बीते 10 अगस्त को ब्लॉक, जिला, राज्य स्तर पर ऐतिहासिक रैली की.
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वहीं, दिल्ली के शिक्षक प्रवीण कुमार ने बताया कि प्रदर्शन में शामिल तमाम लोगों की मांग है कि नई पेंशन स्कीम को रद्द कर पुरानी पेंशन स्कीम बहाल किया जाए. नई पेंशन स्कीम कर्मचारी के हित में नहीं है. जबकि पुरानी पेंशन स्कीम कर्मचारी के हित में थी. अब लोग 35-40 साल नौकरी करने के बाद जब रिटायर्ड होंगे तो पेंशन नहीं मिलेगी, तो हम कैसे अपना खर्चा चलाएंगे. उन्होंने कहा कि दिन प्रतिदिन महंगाई बढ़ती जा रही है, लेकिन सरकार का हमारी तरफ कोई ध्यान है. इसलिए यह प्रदर्शन किया जा रहा है. अगर सरकार ने हमारी बात नहीं मानी तो आने वाले लोकसभा चुनाव में नुकसान उठाना पड़ेगा.