नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी के सांसद राघव चड्ढा सोमवार को विशेषाधिकार प्रस्ताव लाने की मांग की है. यह मांग राज्यसभा के 5 सांसदों ने की है. सांसदों ने राघव चड्ढा पर दिल्ली सेवा बिल पर प्रस्तावित चयन समिति में 5 सांसदों ने अपने हस्ताक्षर का गलत इस्तेमाल किए जाने का आरोप लगाया है. राघव पर यह आरोप लगने के बाद बीजेपी आम आदमी पार्टी पर हमलावर है. भाजपा ने आम आदमी पार्टी के नेताओं की कार्य प्रणाली पर भी सवाल उठाया है.
सांसद की गरिमा के साथ खिलवाड़ः दिल्ली बीजेपी के उपाध्यक्ष कपिल मिश्रा ने कहा कि कल संसद में चड्ढा ने जो किया वो जालसाजी, धोखाधड़ी, हेराफेरी का मामला है. बिना सांसदों की सहमति के उनका नाम देना, संसद के नियमों का उल्लंघन है. मिश्रा ने कहा कि राघव चड्ढा पर संसद की गरिमा के साथ खिलवाड़ करने के अलावा आईपीसी की धारा 464,467, और 471 के तहत आपराधिक मामला भी बनता है.
उन्होंने केजरीवाल की पार्टी पर हमला बोलते हुए कहा कि राघव चड्ढा ने सांसद को आम आदमी पार्टी का दफ्तर समझ लिया है, वो यहां भी कागजों की, टिकटों की हेराफेरी और जालसाजी करने लगे. क्या संसद को केजरीवाल का घर या आम आदमी पार्टी का दफ्तर समझ लिया है. यह आम आदमी पार्टी का दफ्तर नहीं है, यह संसद है. संसद और विधानसभा की गरिमा को आप विधायकों और सांसदों ने हल्के में लिया है. सांसद के इतिहास में इतना बड़ा अपराध शायद कभी नहीं देखा गया था.
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झूठा केस बनाना चाहती है भाजपाः बीजेपी के उपाध्यक्ष के इस बयान के बाद आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता व केजरीवाल सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि सारी भाजपा राघव चड्ढा के पीछे पड़ गई है. जैसे झूठा केस बनाकर इन्होंने राहुल गांधी जी की सदस्यता ली थी. वैसे ही राघव के साथ करना चाहते हैं. ये लोग बहुत ताकतवर हैं, पर हम इनसे नहीं डरते. ये अगर राघव की सदस्यता लेते हैं तो राघव फिर से चुन कर आ जाएंगे.
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