नई दिल्ली: दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने हरियाणा और उत्तर प्रदेश के परिवहन मंत्री को पत्र लिखा. पत्र लिखकर उन्होंने दोनों राज्यों के मंत्री से गुजारिश की है कि अपने राज्यों से आ रही बसों पर अंकुश लगाए. मंत्री राय ने आगे कहा कि सिंघु बॉर्डर पर मैंने पाया कि जिन वाहनों को लौटाया जा रहा था उससे जाम की स्थिति पैदा हो रही है. वहां के लोगों और अधिकारियों से बात कर निष्कर्ष निकाला कि इन वाहनों को अगर ईस्टर्न और वेस्टर्न पेरीफेरल पर प्रारम्भ से ही डायवर्ट कर दिया जाए तो जाम की स्थिति नहीं बनेगी.
दिल्ली में ग्रैप 4 लागू: दिल्ली में अब भी प्रदूषण को लेकर स्थिति ठीक नहीं हुई है. दिल्ली में अभी ग्रेप-4 लागू है और इसके तहत दिल्ली में आवश्यक वस्तुओं और एवं सेवाओं को छोड़कर ट्रकों और डीजल बसों की एंट्री पर प्रतिबंध लगा है. हमें ये शिकायतें मिल रही थी कि पड़ोसी राज्यों से बैन के बावजूद डीजल ट्रकों एवं बसों की एंट्री लगातार हो रही है. इसलिए मैंने उत्तरप्रदेश और हरियाणा के परिवहन मंत्रियों को आज पत्र लिखा है कि वे अतिरिक्त टीम लगाएं जो इन वाहनों को प्रारम्भ बिंदु से ही इस्टर्न और वेस्टर्न पेरिफेरल पर मोड़ दें.
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दिल्ली सरकार के मंत्री ने किया निरीक्षण: पर्यावरण मंत्री ने कहा कि मंत्रिमंडल के हमारे कई सहयोगी ने दिल्ली के अलग-2 बार्डर पर जाकर इसका निरीक्षण किया. हमने पाया कि सिंघु बार्डर, बहादुरगढ़ बार्डर, शाहदरा बार्डर, गाजियाबाद बार्डर और गुरुग्राम बार्डर पर तो वाहनों की एंट्री को मॉनिटर किया जा रहा है और जिन वाहनों की एंट्री बैन है उन्हें वापस भी किया जा रहा था. उत्तर प्रदेश और हरियाणा से एंट्री के बहुत छोटे-छोटे प्वांइट हैं, वहां एंट्री की मानिटरिंग उतनी अच्छी तरह से नहीं हो रहीं थी. मैं दिल्ली के ट्रांसपोर्ट कमीश्नर और दिल्ली पुलिस को आज निर्देश जारी किया कि इन छोटे-छोटे एंट्री प्वाइंट पर भी वाहनों की चेंकिग सही ढंग से की जाए.
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