नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने उत्तर-पूर्वी दिल्ली के दंगों से जुड़े शिव विहार के राजधानी स्कूल के मालिक फैसल फारुख के खिलाफ कड़कड़डूमा कोर्ट में चार्जशीट दाखिल किया है. क्राइम ब्रांच ने मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट ऋचा परिहार की कोर्ट में चार्जशीट दाखिल किया.
दंगे की साजिश रचने का आरोप
चार्जशीट में दंगा फैलाने, आपराधिक साजिश, डकैती, समूहों के बीच वैमनस्य फैलाने और आर्म्स एक्ट की धाराओं के तहत आरोप लगाए गए हैं. चार्जशीट में फारुख के खिलाफ स्कूल और स्कूल के आसपास दंगे की साजिश रचने और उसे भड़काने का आरोप लगाया गया है. चार्जशीट में कहा गया है कि फारुख के निर्देश पर ही भीड़ ने राजधानी स्कूल के बगल वाले और विरोधी डीआरपी स्कूल के अलावा अनिल स्वीट्स के पार्किंग स्थल को जानबूझकर नष्ट किया गया. इस तथ्य के समर्थन में डीआरपी स्कूल के गार्ड के अलावा खुद राजधानी स्कूल के गार्ड ने भी अपने बयान दर्ज कराए हैं.
रस्सी के सहारे दूसरे स्कूल में गए दंगाई
चार्जशीट में कहा गया है कि दंगाईयों ने राजधानी स्कूल के बालकनी से रस्सी का सहारा लेकर डीआरपी स्कूल के परिसर में उतरे. उसके बाद भीड़ ने डीआरपी स्कूल को आग लगा दिया. भीड़ ने डीआरपी स्कूल के कंप्यूटर और दूसरी बहुमूल्य वस्तुएं लूट ली. इस बात की सूचना डीआरपी स्कूल के संचालक ने पुलिस को दी थी.
18 लोगों को गिरफ्तार किया गया था
चार्जशीट में कहा गया है कि फारुख के कॉल डिटेस से पता चलता है कि उसके संबंध पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया, पिंजरा तोड़ संगठन, जामिया कोआर्डिनेशन कमेटी और हजरत निजामुद्दीन मरकज के प्रमुख सदस्यों से हैं. चार्जशीट में कहा गया है कि अनिल स्वीट्स पर काम करनेवाले दिलबाग नेगी दुकान में फंस गया था और उसे जलाकर मार दिया गया. पुलिस ने उसके मृत शरीर को बरामद किया था. इस मामले में फारुख के साथ 18 लोगों को गिरफ्तार किया गया था.