नई दिल्लीः कोविड-19 की स्थिति में सुधार के साथ एक नवंबर से सभी क्लास के छात्रों के लिए स्कूल खोल दिए गए हैं. वहीं, दिल्ली विश्वविद्यालय में कॉलेज खोलने को लेकर छात्र संगठन लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. इस संबंध में दिल्ली विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार डॉ. विकास गुप्ता ने कहा कि अभी कॉलेज खोलने को लेकर कोई फैसला नहीं लिया गया है. उन्होंने कहा कि कोविड-19 की स्थिति का आंकलन करने के बाद ही कोई फैसला किया जाएगा.
दिल्ली विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार डॉ. विकास गुप्ता ने कहा कि दिल्ली विश्वविद्यालय में केवल दिल्ली ही नहीं देश के हर राज्य के छात्र पढ़ने के लिए आते हैं. उन्होंने कहा कि कॉलेज खोलने को लेकर फिलहाल कोई भी फैसला नहीं लिया गया है. लेकिन कॉलेज खोलने को लेकर जब भी फैसला लिया जाएगा. छात्रों को कम से कम 15 दिन का समय दिया जाएगा. जिससे कि वह आसानी से कैंपस वापस लौट सकें. साथ ही कहा कि फिलहाल डीडीएमए के द्वारा जारी किए गए दिशा निर्देशों को अध्ययन किया जा रहा है.
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कैंपस खोलने की मांग को लेकर लेफ्ट समर्थित छात्र संगठन आइसा, केवाईएस, एसएफआई आदि के द्वारा आर्ट्स फैकेल्टी के बाहर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. वहीं से पहले एबीवीपी और डूसू के पदाधिकारियों के द्वारा भी कैंपस खोलने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया जा चुका है.
कोविड-19 की वजह से फिलहाल छात्रों की ऑनलाइन पढ़ाई हो रही है. वहीं माह के अंत में आयोजित होने वाली परीक्षा भी ऑनलाइन ओपन बुक ही आयोजित की जाएगी. इस परीक्षा को लेकर जल्द ही डेटशीट जारी की जा सकती है.