नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय में शैक्षणिक सत्र 2022-23 से दाखिले की प्रक्रिया में बदलाव होने जा रहा है. इससे पहले विश्वविद्यालय प्रशासन पूरी तैयारी कर लेना चाह रहा है. जिससे कि दाखिले के दौरान किसी भी तरह की परेशानी न आए और विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से आरक्षित श्रेणी में दाखिले के दौरान सीटों को भरने के लिए योजना बनाई गई है. जिससे आरक्षित श्रेणी की सीटें भर ली जाएं. बता दें कि हर वर्ष आरक्षित श्रेणी की सीटें खाली रह जाती हैं. मालूम हो कि दिल्ली विश्वविद्यालय में इस वर्ष सेंट्रल यूनिवर्सिटी कॉमन एंट्रेंस टेस्ट के तहत दाखिला होगा.
दिल्ली विश्वविद्यालय में शैक्षणिक सत्र 2022-23 में दाखिले को लेकर तैयारी चल रही है. विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस वर्ष आरक्षित श्रेणी की सीटों को भरने के लिए योजना बनाए हैं. जिसके तहत कॉलेजों को आरक्षित श्रेणी की पहली काउंसलिंग में निर्धारित सीटों पर 30 फ़ीसदी से अधिक छात्रों को एडमिशन देने के लिए कहा गया है. जिससे कि इस वर्ष आरक्षित श्रेणी की सीटों को भी समय पर भरा जा सके और सीट खाली न रहे जाए.
मालूम हो कि हर वर्ष दिल्ली विश्वविद्यालय में आरक्षित श्रेणी की सीट खाली रह जाती है. वहीं कटऑफ की प्रक्रिया खत्म होने के बाद स्पेशल कट ऑफ के तहत इन सीटों को भरने की कोशिश की जाती है. लेकिन उसके बावजूद भी कई कॉलेज और कोर्सों में आरक्षित श्रेणी की सीटें खाली रह जाती है. इसी को ध्यान में रखते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन ने दाखिले के नियमों में हुए बदलाव के साथ इस वर्ष आरक्षित श्रेणी की सीटों को भी भरने के लिए योजना बनाई है.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत एप