नई दिल्लीः दिल्ली शिक्षक विश्वविद्यालय ने पाठ्यक्रम विकास, अनुसंधान और छात्रों के आदान-प्रदान को बढ़ावा देने के लिए बर्मिंघम विश्वविद्यालय के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं. उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और बर्मिंघम विश्वविद्यालय के चांसलर करण बिलिमोरिया की उपस्थिति में समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए.
सिसोदिया ने कहा कि यह समझौता ज्ञापन यहां की शिक्षा प्रणाली को बदल देगा और शिक्षण को एक प्रतिष्ठित और मांग वाला पेशा बना देगा. उन्होंने कहा कि हमारा दृढ़ विश्वास है कि सर्वश्रेष्ठ बनने के लिए हमें लगातार सर्वश्रेष्ठ चीजों से सीखने का प्रयास करना चाहिए. मुझे यकीन है कि बर्मिंघम विश्वविद्यालय के साथ सहयोग करके हम शिक्षा प्रणाली को बदलने और शिक्षण को एक प्रतिष्ठित और लोकप्रिय पेशा बनाने में सक्षम होंगे. उन्होंने कहा कि यह दोनों विश्वविद्यालयों के लिए सीखने और अत्यधिक बढ़ने के अवसर के रूप में काम करेगा.
दिल्ली सरकार के अनुसार, सहयोग के लिए पहचाने गए रास्तों में शिक्षक शिक्षा कार्यक्रम (मुख्य रूप से बी.एड, विशेष शिक्षा; एम.एड. विशेष शिक्षा; और प्रमाणन) को डिजाइन करना और शिक्षक पर शोध परियोजनाओं का निर्माण शामिल है. विश्वविद्यालय छात्रों, फैकल्टी और शोधकर्ताओं के आदान-प्रदान को सक्षम करने के अवसरों का भी पता लगाएंगे और दोहरी डिग्री वाले कार्यक्रमों को पूरा करने के तरीके खोजेंगे.
(पीटीआई)
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