नई दिल्ली: गलवान वैली में हुए हमले के कारण देश में अब चीनी सामान का बहिष्कार करने की मुहीम तेज हो गई है. कुछ दिन पहले दिल्ली होटल एसोसिएशन ने चीनी नागरिकों की होटल और गेस्ट हाउस में एंट्री करने पर रोक लगा दी थी. अब दिल्ली टैक्सी एसोसिएशन ने भी कड़ा रुख अपनाते हुए चीनी नागरिकों को बैन कर दिया है.
दिल्ली टैक्सी एसोसिएशन दिल्ली के अंदर चीनी नागरिकों को किसी भी प्रकार की कोई सुविधा प्रदान नहीं करेगी. साथ ही चीनी नागरिकों को दिल्ली एयरपोर्ट में दिल्ली टैक्सी एसोसिएशन के द्वारा कोई सुविधा नहीं दी जाएगी.
दुस्साहस के खिलाफ करारा जवाब
ईटीवी भारत से विशेष बातचीत के दौरान दिल्ली टैक्सी एसोसिएशन के उपाध्यक्ष कमल छिब्बर ने स्पष्ट रूप से कहा कि चीन ने जो दुस्साहस करा है, उसका जवाब हमने चीनी नागरिकों को बैन करके दिया है. हम सभी लोग भारत सरकार के साथ खड़े हैं. चीन एक बात समझ ले कि भारत अब बदल चुका है. 1962 के मुकाबले भारत 2020 में काफी ज्यादा मजबूत हो चुका है. दिल्ली टैक्सी एसोसिएशन के अन्य सदस्य रंजीत सिंह ने भी चीन द्वारा किए गए दुस्साहस की कड़े शब्दों में निंदा की और कहा कि चीनी नागरिकों को किसी प्रकार की कोई सुविधा नहीं दी जाएगी.
एसोसिएशन से जुड़े 400 ट्रेवल एजेंट्स
देखा जाए तो दिल्ली होटल एसोसिएशन के बाद अब दिल्ली टैक्सी एसोसिएशन ने भी चीनी नागरिकों पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगा दिया है. दिल्ली टैक्सी एसोसिएशन से जुड़े 400 ट्रेवल एजेंट्स ओर 50,000 गाड़ियां और बसे है. दिल्ली टैक्सी एसोसिएशन अब चीनी नागरिकों को किसी भी प्रकार की कोई सुविधा नहीं देगा और न ही चीनी नागरिकों को एयरपोर्ट पर दिल्ली टैक्सी एसोसिएशन से जुड़े लोगों की गाड़ियों की सर्विस मिलेगी.