आयोग ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर को इस मामले की जांच के निर्देश दिए हैं. साथ ही एक बार फिर दिल्ली के मतदाताओं से अपील की है कि वे ऐसे फोन कॉल से गुमराह न हों. मतदाताओं को ये भी बताया गया है कि किस तरह वो अपने नाम की वोटर लिस्ट में जांच कर सकते हैं.
बीजेपी ने की थी शिकायत
भाजपा के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य विजय गोयल के नेतृत्व में दक्षिणी दिल्ली से सांसद रमेश बिधूड़ी और पश्चिमी दिल्ली से सांसद प्रवेश वर्मा ने मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा से मुलाकात की, उन्होंने आरोप लगाया कि ये भ्रमित संदेश केजरीवाल सरकार द्वारा फैलाए जा रहे हैं. इस मामले पर सख्त कार्रवाई करने की मांग की गई.
चुनाव आयोग को सौंपे सबूत
चुनाव आयुक्त से मुलाकात के दौरान उन्हें सबूत के तौर पर कई मतदाताओं को आये फोन कॉल की ऑडियो सीडी भी सौंपी गई. विजय गोयल ने कहा कि आम आदमी पार्टी ने दिल्ली की मतदाता सूची से 30 लाख नाम काटे जाने का झूठा प्रोपेगेंडा किया. आम आदमी पार्टी ने धर्म और जाति के नाम पर दिल्ली वासियों को गुमराह करने की चेष्टा की.
पार्टी की मान्यता रद्द करने की मांग
भाजपा नेताओं ने चुनाव आयोग से निवेदन किया कि आम आदमी पार्टी की राजनीतिक रूप से मान्यता रद्द की जाए और उसका चुनाव चिन्ह भी जब्त कर लिया जाए. आम आदमी पार्टी से संबंधित नेताओं के विरुद्ध भारतीय दंड संहिता के अंतर्गत कार्रवाई की जाए.
वोटरों की संख्या में बढ़ोतरी
आपको बता दें कि भारतीय निर्वाचन आयोग ने स्पष्ट किया है कि दिल्ली में 1 करोड़ 36 लाख 95 हजार 291 वोटर हैं, जो आगामी लोकसभा के चुनाव में वोट डाल सकते हैं. वर्ष 2014 के आम चुनाव के मुकाबले दिल्ली के वोटरों की संख्या में 7.8 फीसद बढ़ोतरी हुई है, जबकि चुनावी मौसम में दिल्ली में इन दिनों मतदाताओं के पास ऐसे फोन लगातार आ रहे हैं कि उनके नाम भाजपा ने कटवा दिए हैं.
केजरीवाल का बीजेपी पर वार
चुनाव आयोग द्वारा मामला पुलिस को सौंपे जाने के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कड़ी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने ट्वीट कर सीधे बीजेपी पर हमला बोला, कहा - "पुलिस आपकी, चुनाव आयोग आपका, उनसे इस तरह गलत और गंदे काम मत कराइए. यह देश किसी एक व्यक्ति और पार्टी से बहुत बड़ा है."