नई दिल्ली: मालवीय नगर स्थित बाबा का ढाबा की वीडियो दिखाकर गौरव ने सहायता के लिए मिली चंदे की राशि में गड़बड़ी की थी. उसने अपने एवं पत्नी के बैंक खाते में चार लाख रुपये से ज्यादा चंदे की राशि ली थी. यह रकम उसने बाबा को अपने खिलाफ एफआईआर दर्ज होने के बाद दी थी. इसलिए जल्द ही पुलिस इस मामले में गौरव वासन के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल करने जा रही है. उधर नींद की गोलियां खाने के चलते अभी भी बाबा की हालत गंभीर बनी हुई है.
जानकारी के अनुसार बीते अक्टूबर महीने में गौरव वासन ने अपने यू-ट्यूब चैनल पर बाबा का ढाबा की स्टोरी दिखाई थी. इस वीडियो में दिखाया गया था कि कैसे 80 वर्षीय बुजुर्ग ढाबा चलाकर मुश्किल से परिवार का गुजारा करता है. यह वीडियो वायरल हो गया था और बड़ी संख्या में लोगों ने बाबा की मदद के लिए हाथ आगे बढ़ाए थे. इस दौरान लोगों को बाबा की मदद करने के लिए गौरव ने अपना एवं पत्नी का बैंक खाता दिया था. बड़ी संख्या में लोगों ने सहायता के लिए दोनों बैंक खाते में रुपये भेजे थे. सूत्रों की माने तो यह राशि चार लाख रुपये से ज्यादा थी. यह राशि बैंक खाते में आने के बाद गौरव ने बाबा को नहीं दी थी.
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बाबा ने दर्ज करवाई थी FIR
इस मामले में बाबा को चंदे की राशि में गड़बड़ी का शक हुआ. उन्हें महसूस हुआ कि वह राशि उनके पास नहीं पहुंची है जो लोगों ने उनकी मदद के लिए दी थी. इस वजह से उन्होंने मालवीय नगर थाने में गौरव वासन के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई थी. उनकी शिकायत पर पुलिस ने FIR भी दर्ज कर ली थी. गौरव एवं उसकी पत्नी के बैंक खातों को खंगाला गया तो पता चला कि उसमें मदद के लिए चार लाख से ज्यादा रुपये आये थे. लेकिन यह राशि उसने बाबा को नहीं दी थी. लेकिन जब उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई तो उसने यह राशि बाबा को दे दी थी. इस वजह से पुलिस ने उसे गिरफ्तार नहीं किया.
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अदालत में दायर होगा आरोप पत्र
इस मामले में गौरव वासन ने बाबा कांता प्रसाद से समझौता होने की जानकारी पुलिस को दी थी. लेकिन कांता प्रसाद ने इससे इनकार करते हुए केस को आगे बढ़ाने के लिए कहा था. इस वजह से पुलिस आरोपी गौरव वासन के खिलाफ दर्ज इस FIR में आरोपपत्र तैयार कर रही है. सूत्रों का कहना है कि भले ही गौरव ने रुपये लौटा दिए हैं लेकिन उसने गड़बड़ी की थी. इसलिए आरोपपत्र दायर किया जा रहा है. अदालत इस पर आगे फैसला करेगा कि उस पर एक्शन होगा या नहीं.