नई दिल्लीः राजधानी में लॉकडाउन लगे हुए 38 दिन बीत चुके हैं. इस दौरान PCR द्वारा गर्भवती महिलाओं एवं गंभीर मरीजों को अस्पताल पहुंचाने का काम लगातार किया जा रहा है. बीते 24 घंटे में दो गर्भवती महिलाओं ने PCR की गाड़ी में ही बच्चे को जन्म दिया. वहीं 13 महिलाओं को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया. अब तक 828 गर्भवती महिलाओं को PCR लॉकडाउन में अस्पताल पहुंचा चुकी है.
डीसीपी शरत सिन्हा के अनुसार राजधानी में कोरोना महामारी के संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. देशभर में तीन मई तक लॉकडाउन लगा हुआ है. इसके चलते राजधानी में सार्वजनिक परिवहन सेवा पूरी तरीके से बंद है. मरीजों को अस्पताल जाने के लिए न तो ऑटो-टैक्सी मिल रही है और ना ही एम्बुलेंस. इसलिए PCR गंभीर मरीजों की लगातार मदद कर रहा है.
डीसीपी ने बताया कि रात के समय PCR वैन में तैनात हवलदार धर्मेंद्र और एएसआई वेद प्रकाश को कॉल मिली जिसमें बताया गया कि एक महिला को अस्पताल पहुंचाना है. वह फतेहपुर बेरी पहुंचे. PCR ने तीसरी मंजिल पर रहने वाली इस महिला को नीचे उतारा और उसे वैन में अस्पताल ले जाने लगे. रास्ते में महिला ने बच्चे को वैन के भीतर ही जन्म दिया.
दूसरी घटना में देर रात PCR को कॉल मिली कि शाहबाद दौलतपुर में रहने वाली एक महिला को प्रसव पीड़ा हो रही है. मौके पर पहुंची पुलिस ने महिला को PCR वैन में रखा और अस्पताल ले जाने लगे. रास्ते में उसने PCR वैन के अंदर ही एक बच्चे को जन्म दिया.