नई दिल्ली: राजधानी में स्वतंत्रता दिवस के साथ ही जी 20 शिखर सम्मेलन की तैयारियां तेजी से चल रही हैं. आगामी स्वतंत्रता दिवस के मद्देनजर दिल्ली पुलिस ने 22 जुलाई से 16 अगस्त तक राजधानी में किसी भी तरह के ड्रोन या फ्लाइंग ऑब्जेक्ट उड़ाने पर रोक लगा दी है. इन्हीं तैयारियों को लेकर विशेष पुलिस आयुक्त (कानून व्यवस्था) दीपेंद्र पाठक ने आयोजित किए गए जनसंवाद कार्यक्रम में हिस्सा लिया. इसमें आरडब्लूए और एमडब्लूए के पदाधिकारियों भी शामिल हुए.
दरअसल, दिल्ली पुलिस अब सार्वजनिक सुरक्षा को और मजबूत करने के लिए विभिन्न रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन (आरडब्ल्यूए) और मार्केट वेलफेयर एसोसिएशन (एमडबल्यूए) को भी अपने साथ जोड़ रही है. दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों का मानना है कि आरडब्लूए और एमडब्लूए के पदाधिकारी शिखर सम्मेलन संपन्न हो जाने के बाद भी पुलिस के लिए आंख और कान के रूप में सहयोग करते रहेंगे.
विशेष पुलिस आयुक्त दीपेंद्र पाठक ने पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए योजना के बारे में जानकारी दी. उन्होंने पदाधिकारियों को बताया कि वे किस तरह से सार्वजनिक सुरक्षा को लेकर पुलिस की सहायता कर सकते हैं और अपनी कॉलोनी या अपने बाजार को आपराधिक घटनाओं से सुरक्षित रख सकते हैं. वहीं, सेंट्रल रेंज के ज्वाइंट कमिश्नर परमादित्य ने भी पुलिस अधिकारियों के साथ मिलकर सार्वजनिक सुरक्षा के लिए अपना योगदान देने के लिए आरडब्लूए और एमडबल्यूए के पदाधिकारियों की सराहना की. उन्हें बताया गया कि पुलिस का सहयोग करके वे अपने साथ ही अपने आसपास के लोगों का भी कल्याण कर सकते हैं.
इस कार्यक्रम का आयोजन नॉर्थ दिल्ली जिला पुलिस की ओर से किया गया था. कार्यक्रम में पुलिस उपायुक्त सागर सिंह कलसी, एडिशनल डीसीपी मनोज कुमार मीणा और सुधांशु वर्मा के साथ ही जिले के एसीपी और कई थानों के एसएचओ मौजूद रहे. सभी ने स्वतंत्रता दिवस, जी 20 शिखर सम्मेलन के दौरान और उसके बाद अन्य उत्सवों के दौरान पुलिस के सहयोग को लेकर चर्चा की और यह तय किया कि यह पदाधिकारी पुलिस की किस तरह से मदद कर सकते हैं. दरअसल नॉर्थ दिल्ली जिला पुलिस ने यह कदम इसलिए उठाया है, क्योंकि स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम जिन इलाकों में होने हैं वह ज्यादातर नॉर्थ दिल्ली जिले में ही हैं. इसके अलावा जी 20 शिखर सम्मेलन के लिए जिन स्थलों का चयन किया गया है और वह भी इसी जिले में आते हैं.
दिए गए यह सुझाव
- बड़े कारोबारी ज्यादा कैश लेकर चलें तो अपने बैग में जीपीएस डिवाइस जरूर लगाकर रखें.
- अधिक कैश लेकर अकेले न चलें, अपने साथ किसी सहयोगी को जरूर रखें.
- रात में कैश लेकर चलने से बचें और अपनी यात्रा के बारे में किसी अवांछित व्यक्ति को न बताएं.
- नियमित रूप से कैश लेकर चलने वाले लोग अपनी यात्रा का रूट बदलते रहें.
- आरडब्ल्यूए व एमडब्लूए पदाधिकारी अपनी कॉलोनी और मार्केट में लोगों को कर्मचारी का वेरिफिकेशन के बारे में जागरूक करें.
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