नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस द्वारा बीते नवंबर माह में शुरू किए गए इंटीग्रेटेड कंप्लेंट मैनेजमेंट सिस्टम में लोगों की शिकायत आने लगी है. नवंबर महीने में लगभग 2400 शिकायतें आईसीएमएस के माधयम से पुलिस को मिली हैं. इसके जरिये शिकायतों का समाधान किया जा रहा है.
जानकारी के अनुसार लोगों की शिकायतें सुनने के लिए दिल्ली पुलिस द्वारा बीते 8 नवंबर को इंटीग्रेटेड कंप्लेंट मैनेजमेंट सिस्टम को लॉन्च किया गया था. इसके जरिए लोग अपनी ऑनलाइन शिकायतें कर सकते हैं. वहीं थाने में मिलने वाली शिकायतों को भी इसके जरिए डिजिटल किया जा रहा है.
दिल्ली पुलिस के पास लगभग डेढ़ लाख शिकायतें प्रत्येक वर्ष आती हैं. ये शिकायतें लोग थाने जाकर करते हैं या फिर डाक/मेल के जरिए भेजते हैं. इसके अलावा कमिश्नर कार्यालय, उपराज्यपाल निवास, पब्लिक ग्रीवेंस मॉनिटरिंग सिस्टम, चीफ विजिलेंस कमिशन एवं एनएचआरसी के माध्यम से भी शिकायतें आती हैं.
किसी भी थाने में कर सकते हैं शिकायत
आईसीएमएस पहले मौजूद कंप्लेंट मॉनिटरिंग एंड ट्रैकिंग सिस्टम का अपडेट वर्जन है. इसे सीसीटीएनएस प्लेटफॉर्म पर बनाया गया है, जो दिल्ली के सभी थानों से जुड़ा हुआ है. आईसीएमएस लोगों के लिए बेहद फ्रेंडली हैं. इस पोर्टल पर जाकर किसी भी थाने में अपनी शिकायत दर्ज करवाई जा सकती है. वो कमिश्नर से लेकर पुलिस थाने तक अपनी शिकायत दे सकते हैं.
इसमें वीडियो अपलोड करने की भी सुविधा है. इसके अलावा इस पर सुधार के लिए सुझाव भी दे सकते हैं. इसके माध्यम से शिकायतकर्ता को समय-समय पर उसकी शिकायत की जानकारी भी एसएमएस के जरिए दी जाती है. ये शिकायत जब जांच अधिकारी को दी जाती है तो इसका मैसेज शिकायतकर्ता को भी भेजा जाता है.
असंतुष्ट शिकायतकर्ता दे सकते हैं फीडबैक
अगर कोई अपनी शिकायत पर की गई कार्रवाई से संतुष्ट नहीं है, तो वो एसएचओ से लेकर कमिश्नर तक अपना फीडबैक दे सकता है. अपराध से संबंधित शिकायत आने पर दिल्ली पुलिस ये जानकारी भी जुटा पाएगी कि किस तरह के अपराध किस क्षेत्र में हो रहे हैं. अगर किसी जगह पर महिला से संबंधित या साइबर अपराध हो रहे हैं तो उस जगह पर इसे ध्यान में रखते हुए तैयारी की जाएगी.