नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने फर्जी वीजा बनाने वाले रैकेट का भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने इस गिरोह के 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इनके कब्जे से तीन सौ फर्जी पासपोर्ट बरामद किए गए हैं, जिसमें बांग्लादेश और नेपाल के पासपोर्ट भी शामिल हैं. इसके अलावा पुलिस ने इनके इनसे 5 लाख की नगदी, फर्जी बैंक स्टैंप, कंप्यूटर, लैपटॉप, और एप्पल आईपैड बरामद किया है.
क्राइम ब्रांच के डीसीपी रोहित मीणा ने बताया कि नई दिल्ली के कनॉट प्लेस में फर्जी टूर एंड ट्रेवल्स कंपनी चलाने वाले एक गिरोह को द्वारका क्राइम ब्रांच टीम ने गिरफ्तार किया है. उनकी पहचान बलदेव राज उर्फ गुरुजी के रूप में की गई है. यह आरोपी पंजाब में सत्संग और प्रवचन का भी काम करता है.
वहीं, दूसरे आरोपी का नाम शिव राम कृष्ण, सुनील बिष्ट, नंदा बलदेव जोशी, हंस मदान, पंकज कुमार शुक्ला, बलिहार सिंह और कुलदीप सिंह के रूप में की गई है. आरोपी पंजाब, गुजरात, बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश से विदेश जाने की इच्छा रखने वाले युवाओं को टारगेट बनाते थे. मामले की जांच से जुड़े इंस्पेक्टर पवन कुमार ने बताया कि पुलिस टीम ने 300 से अधिक पासपोर्ट जब्त किए हैं, जिनके नाम पर वीजा लिया जाना था.
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एक पासपोर्ट के वसूलते थे एक लाख रुपये
इंस्पेक्टर पवन कुमार बताते हैं कि आरोपी पीड़ितों से वीजा और पासपोर्ट के 50 हजार से लेकर एक लाख तक की वसूली करते थे. उन्हें फर्जी वीजा एवं पासपोर्ट दे दिए जाते थे, जिसके बाद कई बार विदेश अधिकारी उन्हें गिरफ्तार कर डिटेंशन सेंटर में भी भेज दिया करते थे. पुलिस टीम ने बताया कि वह विदेश मंत्रालय से भी संपर्क कर इस मामले से जुड़े पीड़ितों की पहचान कर रहे हैं.
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