नई दिल्ली: दिल्ली के करोल बाग इलाके की पुलिस ने ऑपरेशन विराम के तहत एक बड़ी सफलता हासिल की है. पुलिस ने इंस्टाग्राम कॉल के जरिए चार किलो सोना और 80000 कैश के धोखाधड़ी मामले को सुलझाया है. कंपनी में काम करने वाले नौकर ने मालिक को चकमा देकर चार सोने की ईंटे और 80000 कैश लेकर फरार हो गया था.
करोलबाग निवासी सुनिल अनेजा के नौकर अप्पू भूनिया उर्फ ऋषि उर्फ हर्ष ने इस घटना को तब अंजाम दिया जब उसे गुरुग्राम से उपरोक्त सामग्री सुनिल अनेजा के दूसरे आफिस पूसा रोड करोल बाग पर पहुंचाने के लिए कहा गया था. उसके बाद अप्पू ने ड्राइवर को बाहर इंतजार करने को कहा और सोने की ईंटे और कैश लेकर फरार हो गया.
अप्पू का कुछ भी पता नहीं चलने पर सुनील अनेजा ने पुलिस में इसकी शिकायत दर्ज कराई. पुलिस को आरोपी का मोबाइल बंद होने से कुछ भी सुराग नहीं मिल पा रहा था. आरोपी ने अपनी महिलामित्र को इंस्टाग्राम कॉल किया जिससे लोकेशन ट्रेश कर आरोपी को देहरादून के पीजी से गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस की पूछताछ में आरोपी अप्पू ने बताया कि उसने तीन ईंटे अपने पश्चिम बंगाल के मेदिनीपुर स्थित घर के रसोई में छुपाई है. उसने एक ईंट अपने दोस्त अक्षय रस्तोगी शानू को दिया है, जो मंडावली के विनोद नगर में रहता है. जब पुलिस ने दुसरे आरोपी अक्षय रस्तोगी को गिरफ्तार किया तो पूछताछ में उसने बताया कि उसने एक किलो की ईंट को शोयब गाजीपुर मीट मंडी में मीट सप्लाइ करने वाले को दिया है.पुलिस ने सह आरोपी शोयब से जब पूछताछ की तो पता चला कि उसने सोने की ईंट को जौहरी को बेच दिया है. दिल्ली पुलिस ने इन तीनों को गिरफ्तार कर तीन किलो सोना और 1700000 लाख रुपयों के साथ खरीदे गए सामान को बारामद कर लिया है.
मामले को लेकर डीसीपी संजय सैन ने बताया कि ऑपरेशन विराम अब अपने बुलंदियों पर है. हम किसी भी अपराधी को नहीं छोड़ेंगे। उन्होंने अपराधियों को चेताते हुए ट्वीट किया है, "बचकर जाओगे कहाँ". उन्होंने यह भी कहा कि अपराध करके अगर आप सोचते हैं कि बच जाएंगे तो यह आपकी गलतफहमी है, दिल्ली पुलिस देश के किसी भी हिस्से से आपको ढूढ़ निकाल लायेगी.
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